बड़ी खबर – भयंकर प्रदूषण के खिलाफ आंदोलनरत ग्रामीणों पर चला पुलिस का डंडा…..

आंदोलन स्थल से करीब 45 ग्रामीणों को जिनमे महिलाएं और बच्चे भी शामिल है थाने उठा लाई पुलिस, 25 लोगो को जेल भेजने की खबर

रायगढ़ – प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से लगा पड़ोसी राज्य ओड़िसा के सुंदरगढ़ जिले के ग्राम पंचायत टपरिया में पिछले 60 दिनों से जारी जनआंदोलन को उच्च न्यायालय उड़ीसा के आदेश के बाद बल पूर्वक तोड़ दिया गया है।

भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने सड़क पर अनाधिकृत रूप से चल रहे भारी वाहनों को रोकने बैठे आंदोलन कारियों को न केवल हटाया बल्कि 45 से 50 ग्रामीणों को पुलिस वाहन में बैठा कर हिमगिर थाना ले आये। जिनमे से 13 महिलाओं को छोटे बच्चों सहित और 12 पुरुषों को सुंदरगढ़ जेल भेज दिया गया।
इधर बल प्रयोग के बाद नाराज ग्रामीणों ने भारी संख्या में थाने का घेराव कर दिया। देर रात तक ग्रामीण थाने के सामने ही जमे रहे।

यहां यह जानना जरूरी है कि टपरिया ग्राम पंचायत के आसपास दर्जनों गांव के लोग सैकड़ो की संख्या में पिछले 21 साल से भयंकर प्रदूषण की मार झेल रहे ग्रामीणों ने एशिया के दूसरे सबसे बड़े कोल ब्लॉक टीकलीपाड़ा एम सी एल से छ ग राज्य के रायगढ़ जिले में स्थापित उद्योंगो को होने वाली कोल सप्लाई चैन को पूरी तरह से रोक रखा था। ग्रामीणों बता रहे थे कि गांवों से होकर चलने वाली कोयला लोड ट्रेलरों की वजह से इतना प्रदूषण फैल चुका है कि खेत खलिहान घर बाड़ी से लेकर नदी तालाबो और कुओं का पानी भी उपयोग करने लायक नहीं रहा है। हमारी हालत बिलकुल मरने जैसी हो गई है। बच्चे स्कूल नही जा पा रहे है सरकारी कार्यालय बन्द पड़े है। हमने कई बार प्रशासन और mcl के अधिकारियों से गुजारिश की पर वो नही सुने अंततः स्वफूर्त जन आंदोलन की जरूरत आन पड़ी।हम तिल-तिल कर मरने की अपेक्षा लड़ने को तैयार हैं। बहरहाल समाचार लिखे जाने तक किसी भी ग्रामीण को जेल से नही छोड़ा गया है। वहीं खबर है कि प्रदूषण से प्रभावित छ ग राज्य के तमनार ब्लाक के ग्रामीण वापस कोल परिवहन रोक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button