
बेबाक व निष्पक्ष लेखनी का धनी… रामचंद्र शर्मा
रायगढ़। आज के दौर में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ जहां एक और पक्षपाती मीडिया और बिकाऊ मीडिया जैसे शब्दों से अपनी गरिमा खोते जा रहा है ऐसे विकट समय में आप जैसे एक संपादक एक पत्रकार जिन्होंने अपनी बेबाक व निष्पक्ष खबरों तथा लेखनी से एक अखबार एक संपादक एक पत्रकार की गरिमा को बनाए रखा है इसके लिए आपको अनन्य साधुवाद..। मेरा मानना है कि, निष्पक्ष निडर व बेबाक खबरें किसी भी अखबार व पत्रकार की पहचान उसकी आन बान और शान होती है। जो आमजन की आवाज को उठाकर उन्हें इंसाफ दिलाती है तथा सार्वजनिक सरोकारों व सार्वजनिक हितों से जुड़कर पत्रकारिता के उद्देश्य को सार्थक करती हैं। सामाजिक सरोकारों को व्यवस्था की दहलीज तक पहुंचाने और प्रशासन की जनहितकारी नीतियों तथा योजनाओं को समाज के सबसे निचले तबके तक ले जाने के दायित्व का निर्वहन आप बाखूबी कर रहे हैं। वर्तमान दौर में जहां मीडिया की अपनी भूमिका व खबरों को लेकर लोकतंत्र स्तम्भ की गरिमा किसी न किसी रूप में आहत हो रही है,ऐसे में आप अपने अखबार के जरिए अपनी बेबाक लेखनी के जरिए अपने पत्रकारिता के जरिए अपने सामाजिक सरकारों के प्रति अपनी सार्थक भूमिका निभा रहे हैं। एक सच्चे व निष्पक्ष अखबार एक सशक्त संपादक व विशुद्ध पत्रकार की मर्यादा और पत्रकारिता जैसे महत्वपूर्ण विधा को आपने अपनी बेबाक लेखनी निष्पक्ष खबरों के प्रकाशन के जरिए जीवित रखा है यह वास्तव में यह प्रशंसनीय है..। धरावतरण दिवस पर आदरणीय रामचंद्र शर्मा जी को स्वस्थ समृद्धि व मंगलमय जीवन की अनंत शुभकामनाएं व बधाइयां..
–भीमसेन तिवारी (पिन्टू), पत्रकार