बेशर्म हैं कांग्रेस सरकार, न वादे याद हैं न घोषणा पत्र, राज्य में तेजी से धर्मांतरण हो रहा…बृजमोहन अग्रवाल

बृजमोहन के गंभीर आरोप : बेशर्म हैं कांग्रेस सरकार, न वादे याद हैं न घोषणा पत्र, राज्य में तेजी से धर्मांतरण हो रहा, रोहिंग्या पूरी आर्थिक स्थिति, कानून व्यवस्था को बर्बाद कर रहे

रायपुर। राज्य के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शुक्रवार को अपने निवास कार्यालय में मीडिया कर्मियों से बात करते वक़्त राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा को राज्य में तेजी से धर्मांतरण हो रहा है और रोहिंग्या आर्थिक और कानून व्यवस्था को बर्बाद कर रहे हैं।

मंत्री ने आज सरकार को घेरने के लिए धर्मांतरण का मुद्दा उठाया उन्होंने कहा कि राज्य में धर्मांतरण तेजी से हो रहा है| उन्होंने शराब बंदी और वर्तमान में किसानों को हो रही दिक्कतों पर भी प्रकाश डाला
अग्रवाल ने कहा कि राज्य में अत्याचार, अनाचार, अव्यवस्था बढ़ रही है| सरकार नाम की कोई चीज़ नही हैं, विकास के सारे काम रुके हुए हैं। किसान को खाद-बीज न मिलने के कारण किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। किसान 10-10 क्विंटल कंपोस्ट खाद मिट्टी और रेत के रूप में खरीदने को मजबूर हैं।

छत्तीसगढ़ में रोहिंग्या आकर यहाँ कि पूरी आर्थिक स्थिति, कानून व्यवस्था को बर्बाद कर रहे हैं| धर्मांतरण यहाँ बहुत तेज़ी से हो रहा हैं, बस्तर सगुजा का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इन जिलों में धर्मांतरण को लेकर आन्दोलन भी हो चुके हैं।
यहाँ तक की राजनांदगांव, रायपुर एवं दुर्ग जैसे जिलों में भी धर्मांतरण की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। धर्मांतरण को लेकर काफी शिकायतें आ रही हैं, जिसकी शायद मुख्यमंत्री को जानकारी नही है| कांग्रेस के ही काल में छुरा में लाठीचार्च हुआ था, कर्फ्यू तक लगाना पड़ा था।
हाल ही में धर्मांतरण को लेकर राजनांदगांव, जशपुर की घटना समाचार पत्रों मे छपी है| बस्तर में हर सप्ताह 10-20 हज़ार वनवासी, आदिवासी धर्मांतरण को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

मंत्री ने बताया कि वे इन सभी मुद्दों को विधानसभा में उठाएंगे और सरकार को घेरेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह सरकार पैसा कमाने के लिए इतनी बेशर्म हो गई हैं कि इन्हें न अपने वादों की याद हैं, न अपने घोषणा पत्र की।
सरकार को अब भगवान् सद्बुद्धि दें। शराब बंदी को लेकर छत्तीसगढ़ की जिन महिलाओं ने कांग्रेस को वोट दिया था, यह सरकार उन्हीं के साथ विश्वासघात कर रही हैं। सरकार को सार्वजानिक रूप से बताना चाहिए कि ढाई साल में कितने नए लोगों का आधार कार्ड, राशन कार्ड बनाया गया है।

संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे के बयान पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हम क्या करेंगे, क्या नहीं यह बताने वाले वे हमारे हेडमास्टर नहीं हैं। रविन्द्र चौबे जी, हमें क्या करना है यह हम तय करेंगे।

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