
भाई – बहन की अटूट प्रेम का बंधन रक्षाबंधन पर्व
आप की आवाज लक्ष्मी नारायण लहरे
*भाई – बहन की अटूट प्रेम का बंधन रक्षाबंधन पर्व
*कोसीर में रक्षाबंधन पर्व को लेकर चहल -पहल बढ़ी
कोसीर = रक्षा बंधन पर्व के पहले आज शाम को कोसीर में चहल -पहल देखी गई बहनें अपने भाई के लिए मिठाई -राखी खरीदते नजर आये ।
*रक्षाबंधन नाम सुनते ही भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती बहन का चित्र सबकी आंखों के सामने जीवंत हो उठता है रक्षाबंधन पर्व सावन पूर्णिमा को मनाया जाने वाला पर्व है ।*यह पर्व भाई बहन की प्रेम का प्रतीक है । श्रद्धा विश्वास और परिवार को एक सूत्र में जोड़ती है । भाई -बहन का यह पर्व उम्मीद की और विश्वास की अटूट बंधन है । यह उत्सव का पर्व है ।इतिहास पर गौर करें तो
महाभारत युद्ध के दौरान एक प्रसंग आता है, जब सुदर्शन चक्र से भगवान कृष्ण की उंगली पर चोट लग जाती है. चोट के कारण भगवान की उंगली से खून बहने लगता है,तभी ये सब द्रौपदी देखती है, जिसके बाद बिना कुछ सोचे समझे वह अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर भगवान कृष्ण की उंगली पर बांध देती हैं और तभी से इस पर्व को मनाने का जिग्र होता है । इस पर को यादगार बनाने अपने बहन को स्नेह प्यार दें वही बहन भी अपने भाई के प्रति स्नेह और प्यार दें जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण हो ।