
छतीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा जिला स्तरीय एक दिवसीय सम्मान समारोह सह-कवि सम्मेलन का आयोजन सम्पन्न
पांच वरिष्ठ साहित्यकार हुए सम्मानित रंगारंग कार्यक्रमों से झूमा रायगढ़
रायगढ, छत्तीसगढ़ राज भाषा आयोग द्वारा जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यक्रम जिला मुख्यालय रायगढ़ में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी एवं स्थनीय बोली के मध्य अंतरसंबध के ऊपर चर्चा एवं संगोष्ठी सम्मेलन, वरिष्ठ साहित्यकार सम्मान सह- कवि सम्मेलन का आयोजन दिनांक-19 अक्टूबर को रायगढ़ के नगर निगम ऑडिटोरियम में डॉ. अनिल कुमार भतपहरी जी सचिव छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के मार्गदर्शन और पुरूषोत्तम गुप्ता जी जिला समन्वयक रायगढ़ के संयोजन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में पहुना के रूप में मान.गोमती साय जी, सांसद रायगढ, मान.प्रकाश नायक जी विधायक रायगढ, मान. भीम सिंह जी कलेक्टर रायगढ़ सादर आमंत्रित रहे।
मान.जानकी अमृत काटजू जी महापौर रायगढ, मान. निराकार पटेल जी अध्यक्ष जिला पंचायत रायगढ़, वरिष्ठ सहित्यकार डॉ. बिहारी लाल साहू जी, सहित्यकार डॉ. मिनकेतन प्रधान जी की गरिमामय उपस्थिति में कार्यक्रम सुचारू रूप से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
सर्वप्रथम अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम की शुरुवात हुई। सुधा देवांगन ने सरस्वती वंदना एवं सुधा चौहान ने राजकीय गीत प्रस्तुत किया। इसी क्रम सभी अतिथियों का स्वागत के पश्चात सुधा देवांगन, इंदु साहू, वेदकान्ति रात्रे, केशिका साहू, प्रीति रात्रे और नेहा ठेठवार के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात् कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सचिव डॉ. अनिल कुमार भतपहरी जी द्वारा कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने कलाधानी रायगढ़ की कला, संस्कृति, साहित्य, साहित्यकार, पंरपरा, पर्यटन की खुलकर प्रशंसा की। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. बिहारी लाल साहू के द्वारा छत्तीसगढ़ी साहित्य के विकास में रायगढ़ के योगदान पर विस्तृत जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ी भाषा विकास के लिए आगे आने का आग्रह किया गया। साहित्यकार डॉ. मिनकेतन प्रधान द्वारा स्थानीय संस्कृति और छत्तीसगढ़ी लेखन पर अपना विचार रखा गया।
मान. निराकार पटेल अध्यक्ष जिला पंचायत रायगढ़ ने अपनी संस्कृति अपनी बोली की महत्ता पर प्रकाश डाला।
मान.जानकी अमृत काटजू महापौर न.पा.नि.रायगढ़ ने अपने विचार रखते हुए संस्कृति, बोली एवं परंपरा को सहेजने एवं सुरक्षित रखने का आव्हान किया।
सम्मानित हुए साहित्यकार–
छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के तत्वावधान में आयोजित सम्मान सम्मारोह में छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में अग्रणी भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ साहित्यकार आ.मनमोहन सिंह ठाकुर खरसिया, आ. उषा पाण्डेय रायगढ़, आ.रुक्मिणी सिंह राजपूत घरघोड़ा, आ. प्रफुल्ल पटनायक तमनार एवं आ.पुरूषोत्तम ठेठवार धर्मजयगढ़ का शाल, श्री फल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
रंगारंग कार्यक्रम में रही इनकी प्रस्तुति–
कार्यक्रम में क्षेत्र के जाने माने लोक गायक चन्द्रमणि चौहान एवं समूह, दीपक आचार्य और नम्रता गुप्ता एवं उनके साथियों द्वारा छतीसगढ़ी लोक गीत ददरिया और कर्मा गीत प्रस्तुत किया गया जिसकी मधुर प्रस्तुतियों ने शानदार गीत-संगीत से सराबोर कर दिया। इसी क्रम में रायगढ़ घराने से चित्रांशी पणिकर ने अपने कत्थक के थिरकन से सबका मन मोह लिया। रंगारंग कार्यक्रम के अगले क्रम में महुआ झरे गीत से आर्ट कलेक्शन समूह रायगढ़ के लोक नृत्य ने अपनी धमाकेदार प्रस्तुति से सबको झूमने पर मजबूर कर दिया।

कवि सम्मेलन में छतीसगढ़ी रचनाओं की हुई बौछार–
कार्यक्रम के दूसरे पहर में कवि सम्मेलन की धूम रही। सभी साहित्यकारों ने अपनी छत्तीसगढ़ी रचनाओं की प्रस्तुति दी जिनमें
मनमोहन सिंह ठाकुर, आशा मेहर ‘किरण’, रुकमणी सिंह राजपूत, उषा पांडेय, गीता उपाध्याय, डॉ.दिलीप गुप्ता, संजय बोहिदार, संतोष पैकरा, दुर्गाशंकर इज़ारदार, पुरुषोत्तम ठेठवार, जमुना प्रसाद चौहान, धनेश्वरी देवांगन, सुशीला साहू , लीशा पटेल, आरती मेहर, सरोज साव, अजय पटनायक ‘मयंक’, गुलशन खम्हारी ‘प्रद्युमन’, मेघनाथ बोहिदार, सुखदेव राठिया, वेदकान्ति रात्रे, इंदु साहू, केशिकासाहू, प्रीति रात्रे, लखन राठौर, पुष्पा पटनायक,सोनू बरेठ, हरेंद्र डनसेना, जगबंधु जी, तेजराम नायक, रामकुमार पटेल, एन आर राठिया, धरित्री गुप्ता, संजय पटेल, उर्मिला सिदार, सुकेशी प्रधान ने छतीसगढ़ी गीत-कविता, छंदमयी रचनाओं से सबको भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम का सफल संचालन राकेश नारायण बंजारे, तेजराम नायक एवं प्रियंका गुप्ता द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी कार्यकारिणी सदस्यों का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम में श्याम नारायण श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार, चंद्रभान चंदन, नेतराम राठिया, जय शंकर डनसेना, भरत नायक, डॉ. बी एल साहू, भीष्म देव मौर्य, एन आर प्रधान, मनोज कुमार पाठक, रीना सिंह,गणेश चौधरी, आरडी श्रीवास, एन के पैकरा, प्रिया, सीता पैकरा, मनोज साहू, संदीप सिंह, विकास पांडे, बुधराम बेहरा, राजेश, अनित कुमार, हरिशंकर गौरहा, अजय यादव, एमडी अलम, महादेव पणिहारी, कुंज राम सिदार, डिलेश्वरी, रंजीत भगत, अरुण चौरसिया, मोनिका, रोशनी, शुभम, कन्हैया, महेंद्र कुमार, कौशल, मीनाक्षी, आभा, आर्यन, विनय बेहरा, गोवर्धन, आकाश, सदानंद गुप्ता, लीना शाह, जयंत यादव, दीपक महापात्रा,हीरा गुप्ता लोचन, ज्योति, विजय, शालू, एलिना, निहारिका, राखी यादव, गायत्री, डमरुधर, रजनी वैष्णव, अरुणा अग्रवाल, चंचल, कृष्णा अग्रवाल, श्री अग्रवाल प्रवीण पटेल, अभिजीत, रविंद्र, अनुसूया, संजय, श्वेता रीना सिंह, हरीश, श्याम, धनेश्वर, दीपक, बबलू , राकेश, श्याम कुमार, कुंदरी भाई, मायावती, लेखनी साहू, जितेंद्र, दामिनी साहू, सुरेंद्र निषाद, पितांबर, सुहाग, माया देवांगन, धरित्री गुप्ता, सौम्या, टिकेश्वरी, याची, व्याख्या, नंदिनी, ईश्वर प्रसाद, महेंद्र, विष्णु प्रसाद, कुलदीप, निकेतन, शशांक, किरण, दीपक प्रमोद यादव, पीएस ठाकुर ,पीपी देवांगन, ओ पी पांडे सहित अतिथियों, श्रोताओं, वरिष्ठ एवं नवांकुर साहित्यकारों की बहुतायत उपस्थिति रही।