न्यूज़रायगढ़

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी एक भ्रष्ट पटवारी के खिलाफ आखिर जांच क्यों नहीं ?


पत्थलगांव – जशपुर जिला के सीमा से लगे नजदीक ग्राम ससकोबा, तहसील धरमजयगढ़, जिला रायगढ़ के पूर्व में पदस्थ हल्का पटवारी गोविंद कुमार बड़ा द्वारा भूमि विक्रेता हितग्राही ससकोबा निवासी नील सागर जाति गाड़ा से भूमि बिक्री नकल चैहद्दी हेतु अवैध राशि की मांग ग्राम कोटवार के मार्फत की गई थी , इस अवैध राशि मांग की भूमि क्रेता एवं विक्रेता द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग कर उसकी पेनड्राइव तैयार कर शिकायत पत्र के साथ दिनांक 18 अक्टूबर 2022 को कलेक्टर महोदय रायगढ़ के जन चैपाल में व धर्मजयगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को दिनांक 21 अक्टूबर 2022 को व प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित कर उक्त पटवारी के खिलाफ जांच कर कार्यवाही की मांग की गई थी , कार्यालय मुख्यमंत्री निवास के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी उमेश कुमार पटेल द्वारा प्रेषित शिकायत पर कार्रवाई करने हेतु दिनांक 29 अक्टूबर 2022 को कलेक्टर रायगढ़ को पत्र प्रेषित किया गया है, जिसकी प्रतिलिपि जानकारी हेतु शिकायतकर्ता को भी प्राप्त हुई है ।
कार्यालय मुख्यमंत्री निवास से जारी उक्त पत्र के संदर्भ में कार्यालय कलेक्टर रायगढ़ से डिप्टी कलेक्टर रायगढ़ द्वारा धरमजयगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र क्रमांक 9054 दिनांक 11/11/2022 को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित कर आवेदक शिकायतकर्ता भूमि विक्रेता को भी उक्त प्रतिलिपि प्रेषित कर संबंधित विभाग से संपर्क करने का लेख किया गया है उक्त शिकायत पर जांच व कार्यवाही करने हेतु शिकायतकर्ता भूमि क्रेता एवं विक्रेता संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धरमजयगढ़ से दो-तीन बार संपर्क कर निवेदन कर चुके हैं किंतु उनके द्वारा टालमटोल कर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर रायगढ़ के आदेश के बाद भी उक्त भ्रष्ट पटवारी पर लगे आरोपों की जांच कर अपने मातहम अधिकारी को एवं मंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ा कर भ्रष्टाचारियों को बचाकर उन्हें संरक्षण देने का प्रयास किया जा रहा है जिसकी शिकायत उक्त हितग्राही द्वारा पुनः प्रदेश के मुख्यमंत्री व रायगढ़ के नव पदस्थ कलेक्टर महोदय को प्रेषित कर आवश्यक कार्यवाही की मांग की गई है ।
मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर के निर्देश का पालन क्यों नहीं ?
अभी कुछ दिनों पूर्व ही प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा एवं कलेक्टर रायगढ़ द्वारा घुसखोर पटवारियों पर कड़ी कार्यवाही एवं 3 वर्षों से एक ही हल्का में पदस्थ पटवारियों को तत्काल हटाने के नर्देश दिए हैं इसके बाद भी धरमयगढ़ के उक्त राजस्व अधिकारी द्वारा उक्त निर्देशों की अवहेलना कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है ।
राजस्व अधिकारी की भूमिका संदिग्ध –
कुछ दिनों पूर्व धरमजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के बाबू राजकुमार सिदार के भ्रष्ट रवेये से परेशान होकर वहां के वकीलों द्वारा 6/12/2022 को अनुविभगीय अधिकारी को शिकायत पत्र प्रेषित कर उक्त बाबू को तत्काल हटाने की मांग की गई थी, किंतु बाबू को हटाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है जिससे बाबू का हौसला और अधिक बुलंद हो गया, आखिरकार दुखी होकर समस्त वकीलों द्वारा एसडीएम कार्यालय के सामने टैन्ट लगाकर उक्त बाबु को हटााने हेतु धरना प्रदर्शन करना पड़ा , जब जाकर उक्त अधिकारी की नींद टूटी और बाबू को तुरंत हटाया गया । जब वकिल संघ की शिकायत पर एक जिम्मेदार अधिकारी का इस तर ठुलमुल रवेया होगा , तो एक साधारण नागरिक को शिकायत पर क्या जांच होगी सहज अंदाजा लगाया जा सकता है । जाहिर है कि अक्सर अधिकारी द्वारा किसी भी कार्य हेतु अवैध रकम की सौदेबाजी बाबु के मारर्फत ही की जाती है , इसी मंसा से अक्सर अधिकारी व कर्मचारी का चोली दामन का रिश्ता कहा जाता है ।

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