छत्तीसगढ़जशपुरन्यूज़

सोने का खदान निरस्त होने के बाद आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र के ग्रामीणों का मुख्यमंत्री से बढ़ी उम्मीद,.खदान प्रभावित क्षेत्र के ग्राम वासी भी खदान निरस्त करने का दे सकते हैं आवेदन

जशपुर :  जशपुर जिले से सोने के खदान को लेकर  बड़ी खबर आ रही है जहाँ जशपुर में खदान औऱ माइस का माया जाल बिछले से पहले ही विराम लग गया औऱ सोने के खदान को निरस्त कर दिया गया खदान मामले में भौमिक विभाग के द्वारा जारी सोना खदान की नीलामी टेंडर की प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है ।औऱ औपचारिक पत्र क्रमांक 4024 दिनांक 09 सितंबर 2024 को आदेशानुसार जारी किया गया है

जशपुर जिले अंतर्गत ग्राम मेदरबहार-भगोरा एवं बनगांव में सोने के खदान के लिए जारी एनआईटी दिनांक 30.07.2024 संचालक  की अध्यक्षता में गठित “नीलामी समिति की बैठक में विचार विमर्श किया गया। समिति की अनुशंसा अनुसार, के बाद निर्णय लिया गया है

जशपुर जिले में सोने के खदान निरस्त होने के निर्णय के बाद जिले के विकासखंड तमनार के आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र में खदान से प्रभावित ग्रामीणों की बैठक आज आहूत होने वाली है क्योंकि जिले में खदान निरस्त करने के लिए ग्रामीण एकजुट होकर मुख्यमंत्री के नाम खदान निरस्त करने का आवेदन देने की योजना पर विचार में विमर्श करने वाले हैं हालांकि ग्रामीणों ने यह नहीं बताया कि बैठक गारे में होगी या फिर कही औऱ यह गोपनीय होंगी

खदान प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि खदान प्रारंभ करने से पहले खदान प्रबंधक द्वारा बड़ी-बड़ी और मीठी-मीठी बातें की जाती है खेत के प्रभावित किसानों को नौकरी देने मुआवजा देने और ग्रामीणों को स्व रोजगार जैसी मीठी मीठी और बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की मीठी मीठी बात कही जाती है लेकिन खदान प्रारंभ होने के बाद दूध में गिरे मक्खी की तरह ग्रामीणों को भूल जाते हैं मुख्यमंत्री के जशपुर जिले में सोने का खदान को संज्ञान में आने के बाद निरस्त हो गया उससे स्थानीय लोगों की आस मुख्यमंत्री से बढ़ गई है उनकी माने तो खदान की वजह से हम लोग की जिंदगी तबाह बनी हुई है हम लोग भी मुख्यमंत्री से मांग करेंगे की हमारे क्षेत्र के भी खदान को निरस्त कर दिया जाए

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