
प्रभारी जिला आयुर्वेद अधिकारी जब से प्रभार मे कुर्सी मे बैठी है तब से विभाग मे मनमानी तानाशाही, भर्राशाही और भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है मामला योग सहायक की नियुक्ति मे विभाग मे कार्य रत कर्मचारियों के रिश्तेदारो की नियम विपरीत नियुक्ति ,तथा विधि विपरित अपात्र उम्मीद वारो की योग शिक्षक पद पर नियुक्ति, नियम विपरीत सन्विदा चिकित्सको व नियमित चिकित्सको का अनुसुचित block से सामान्य block मे डेढ़ सौ किलो मीटर दुर पर चिकित्सको को उनकी सुविधा अनुसार पैसे लेकर सलन्ग्न करना, जिले मे आयुष मिशन के तहत हेल्थएंड वेलनेस सेन्टर हेतु चयनित आयुर्वेद डिसपेन्सरी के उन्नयन हेतु प्राप्त राशि मे गबन और भ्रष्टाचार अपुर्ण कार्य को पुर्ण और संतोष प्रद कार्य का प्रमाण पत्र जारी कर घोटाला किया गया है, सरकारी गाडी का भी दुरुपयोग किया गया है KGH अस्पताल से जिला आयुर्वेद अधिकारी officee की दुरी आधा km भी नही है फ़िर भी एक दिन मे चालीस चालीस किलो मीटर तक दौरा किया गया है,,, इसी तरह से भर्ती मरीजो के खाने और नाश्ते के नाम पर फ़र्जी बिल बना राशि का आहरण, स्टेशनरी और अन्य सामाग्री क्रय के नाम पर फ़र्जी बिल् बना राशि का बन्दर बाट किया गया है घोर भ्रस्टाचार और अनिमितत् ताओ और मनमानी करने की आदि बन चुकी प्रभारी जिला आयुर्वेद अधिकारी ने शासन से प्राप्त राशि की वापसी की डर से आनन फ़ानन मे लाखों का फ़रनिचर खरीद लिया तथा आज दिनाक तक फ़र्निचर office आया ही नही किन्तु मार्च के ख़त्म होने के पुर्व विक्रेता को pay ment भी कर दिया गया है,,,