
रायपुर – जिले के तिल्दा विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम सुंगेरा में राशन सामग्री वितरण में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम में संचालित ग्रामीण सेवा सहकारी समिति सुंगेरा के द्वारा प्रतिमाह खाद्य सामग्री राशन का वितरण ग्रामीणों को किया जाता है जिसमें चांवल के साथ मिलने वाली शक्कर को पिछले 4 महीने से नहीं देने की बात कही। ग्रामीण बताते हैं कि कुछ-कुछ राशन कार्ड धारी को राशन सामग्री के साथ-साथ शक्कर का वितरण किया जाता है लेकिन बहुतायत कार्ड धारी इस सुविधा से वंचित रह जाते हैं, शक्कर नहीं मिलने पर जब सामग्री वितरण करने वाले लोगों से पूछा जाता है तो शक्कर की मात्रा कम प्राप्त होना बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं और अगले महीने मिल जाने का आश्वासन देकर भेज दिया जाता है किंतु जैसे ही दूसरे महीने राशन दुकान में राशन सामग्री लेने हितग्राही पहुंचता है तो उनको गत माह का चावल देकर शक्कर के लिए आने वाले महीने के लिए इंतजार करने बोल दिया जाता है यह सिलसिला महज 4 महीने से चल रहा है, आखिर ग्रामीण शासन द्वारा दिए जा रहे चावल सामग्री के साथ शक्कर के लिए भटक रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण करें तो क्या करें ? उनके मन में भय बना हुआ है कि अगर हम शक्कर नहीं मिलने की शिकायत उच्च अधिकारी से करते हैं तो राशन सामग्री वितरण करने वालों के द्वारा उनको आने वाली महीने की राशन सामग्री में कटौती का डर बना हुआ है।
*राशन सामग्री में शॉर्टेज, भ्रष्टाचार की आ रही बू*
जिस तरह छत्तीसगढ़ के तमाम जिलों में राशन सामग्री वितरण में स्टेटस देखने को लगातार मिल रहा है ऐसे में संका होना आम बात है कि कहीं ना कहीं राशन सामग्री की चोरी राशन दुकान संचालकों के द्वारा की जा रही होगी तभी राशन दुकान में सामग्री की कमी हो जाती है क्योंकि शासन के द्वारा ग्राम में बने राशन कार्ड के अनुरूप पूरी मात्रा में राशन सामग्री उक्त राशन दुकान को उपलब्ध कराई जाती है फिर भी राशन दुकान में सामग्री की कमी होना कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की संलिप्तत की ओर इशारा करता है। लाभार्थियों में यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं ना कहीं यह उच्च अधिकारियों का संरक्षण तो नहीं जिसके सह पर राशन दुकान संचालक मनमर्जी के अनुसार सामग्री का वितरण कर रहे हैं उनको किसी का भय नहीं आखिर ऐसा कैसे संभव है?
*बीते 4 माह से शक्कर नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराजगी*
सुंगेरा के ग्रामीणों से जब हमारे संवाददाता राशन सामग्री वितरण दुकानों में शक्कर नहीं मिलने की बात पर पूछा तब ग्रामीणों ने मौखिक रूप से जानकारी देते हैं बताया कि पिछले 4 माह से आधे राशन कार्ड धारी को शक्कर दिया गया है और आधे राशन कार्ड धारी को अगले माह में ले जाना कह कर भगा दिया जाता है। बता दे की ग्राम में कुल 400 राशन कार्ड है जिनमें से मुश्किल से 100 राशन कार्ड धारी को ही शक्कर उपलब्ध हो पाता है