
रायगढ़ । राज्य सरकार की धान खरीदी नीति और जिले में चल रही धान खरीदी व्यवस्था ने एक बार फिर किसानों के जीवन में ठोस बदलाव लाने की अपनी क्षमता को साबित किया है। ग्राम मिडमिडा के किसान नारायण साव की कहानी इसी बदलाव की जीवंत मिसाल है। 13 एकड़ में खेती करने वाले नारायण साव की आर्थिक मजबूती और आत्मविश्वास में इस वर्ष अभूतपूर्व वृद्धि साबित हो रही है। नारायण साव ने इस सीजन में लगभग 200 क्विंटल धान विक्रय किया। 
ऑनलाइन टोकन से लेकर तुलाई तक की पूरी प्रक्रिया इतनी सहज रही कि उन्हें किसी भी स्तर पर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। धान विक्रय के बाद मिलने वाली राशि उनके लिए राहत की नई किरण साबित हुई। नारायण बताते हैं कि इस बार खरीदी व्यवस्था इतनी आसान रही कि बिना समय बर्बाद किए मैं धान बेच सका।

जो राशि मिली है, उससे मैं अपने ट्रैक्टर की किस्त आसानी से चुका पाऊंगा। अब खेत के लिए खाद-बीज की खरीदी और रबी सीजन की तैयारी भी समय पर कर सकूंगा। किसान नारायण साव ने शासन एवं प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की खुले मंच से सराहना की।

किसान नारायण साव की यह सफलता की कहानी सिर्फ एक किसान की उपलब्धि नहीं, बल्कि जिले में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में शासन-प्रशासन की रणनीति की सफलता है। समर्थन मूल्य पर समयबद्ध खरीदी ने न केवल नारायण की आर्थिक स्थिति को संतुलित किया है, बल्कि कृषि कार्यों में निवेश बढ़ाने का हौसला भी दिया है।














