कृष्ण कुमार पटेल का मेंटोर के रूप में चयन
(अनुभव पर आधारित शिक्षा कार्यक्रम के ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल की शुरूआत)
सक्ति ( रायगढ़),
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने ‘प्रेरणा: अनुभव पर आधारित एक शिक्षा कार्यक्रम’ की शुरूआत की है, जिसका उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को एक सार्थक, अद्वितीय और प्रेरणादायक अनुभव प्रदान करना है, जिससे उन्हें नेतृत्व के गुणों के साथ सशक्त बनाया जा सके।
प्रेरणा भारतीय शिक्षा प्रणाली के सिद्धांतों और मूल्य-आधारित शिक्षा के दर्शन को जोड़ने की गहरी प्रतिबद्धता से प्रेरित है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की आधारशिला है।
प्रेरणा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन
प्रेरणा कार्यक्रम भारत के सबसे पुराने शहरों में से 1888 में गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में स्थापित वर्नाक्युलर स्कूल से शुरू होगा। भारत की समृद्ध सभ्यता के कालातीत ज्ञान पर आधारित, यह अनूठी पहल हमारे माननीय प्रधानमंत्रीश्री नरेन्द्र मोदी, जो इस स्कूल के एक पूर्व छात्र रहे हैं, के सिद्धांतों और आदर्शों के अनुरूप एक कल्पना का प्रतीक है।
कृष्ण कुमार पटेल का इस तरह हुआ चयन
एक मेंटर शिक्षक उत्साही अनुभवी नवाचारी और बाल मन को जानने समझने वाला होता है। मेंटर शिक्षक शिक्षा के नवाचारों तथा नवप्रयोगों को धरातल पर उतारने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। नवोदय विद्यालय समिति जो की प्रेरणा कार्यक्रम के इस पायलट प्रोजेक्ट की कार्यकारी एजेंसी है, ने सर्वप्रथम पूरे भारत से शिक्षकों की उपलब्धि , उनके लेखन और वाचन शैली के आधार पर स्क्रुटनी करते हुए 30 शिक्षकों को योग्य पाया। तत्पश्चात इन शिक्षकों को नई दिल्ली बुलाकर संयुक्त सचिव (शिक्षा मंत्रालय) और आयुक्त महोदय (नवोदय विद्यालय समिति) द्वारा इंटरव्यू के पश्चात कल 16 शिक्षकों का चयन किया। अंतिम चयन प्रक्रिया सचिव (शिक्षा मंत्रालय) के द्वारा गहन जांच प्रक्रिया एवं मनोवैज्ञानिक परीक्षण करने के बाद कुल पांच शिक्षक और एक प्राचार्य जो कि इस कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर है, का चयन किया गया। उन शिक्षकों में से एक कृष्ण कुमार पटेल है ,जो कि छत्तीसगढ़ और भोपाल क्षेत्र से एकमात्र चयनित मेंटोर शिक्षक हैं।
कृष्ण कुमार पटेल ने बताया की चयन प्रक्रिया काफी जटिल थी और गहरे मानदंड अपनाए गए थे ।कुछ इस तरह से प्रश्न पूछे गए थे, की प्रेरणा कार्यक्रम में मैटर शिक्षक क्यों बनना चाहते हैं ?आपकी स्ट्रैंथ क्या है ?भारतीय संस्कृति और सभ्यता में मूल्य की भूमिका क्या है? नवाचारी द्वारा कैसे मूल्यों से छात्रों के जीवन में बदलाव लाएंगे।
ज्ञात हो की कृष्ण कुमार पटेल ग्राम धनागर जिला रायगढ़(छ.ग) के निवासी हैं जिन्हें 2019 का राष्ट्रीय आईसीटी अवार्ड एवं माइक्रोसॉफ्ट इन्नोवेटिव एजुकेटर अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में वे राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के डिजिटल शिक्षण के मेंटोर के रूप में भी कार्य कर रहे हैं। वे अभी जवाहर नवोदय विद्यालय चिस्दा जिला सक्ति में विज्ञान शिक्षक के रूप में पदस्थ हैं।
पूरे भारत से अंतिम सूची में कृष्ण कुमार पटेल जी का मेंटोर के रूप में चयन होने पर पूरे विद्यालय में हर्ष व्याप्त है। प्राचार्य, उप प्राचार्य महोदय और शिक्षक साथियों ने शुभकामना संदेश प्रेषित करते हुए इसे एतिहासिक बताया।
श्री निराकार पटेल अध्यक्ष जिला पंचायत और श्री नरेश पटेल पूर्व उपाध्यक्ष जिला पंचायत ने राष्ट्रीय स्तर पर गांव का नाम रोशन करने पर बधाई दी है।
प्रेरणा के लिए विद्यार्थियों की चयन प्रक्रिया इस तरह होगी
प्रेरणा नौवीं से बारहवीं कक्षा के चयनित छात्रों के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला आवासीय कार्यक्रम है। यह सर्वोत्तम श्रेणी की तकनीक के साथ छात्रों के लिए एक अनुभवात्मक और प्रेरणादायक शिक्षण कार्यक्रम है जहां विरासत और नवाचार का मिलन होता है। देश के विभिन्न हिस्सों से हर सप्ताह 20 चयनित छात्रों (10 लड़के और 10 लड़कियां) का एक बैच इस कार्यक्रम में भाग लेगा।
छात्र पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं, जिसमें आवेदक महत्वाकांक्षी और आकांक्षी प्रेरणा कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए आवश्यक विवरण भर सकते हैं। पंजीकृत आवेदक पोर्टल पर निर्धारित चयन प्रक्रिया से गुजरेंगे। आवेदक हमारे राष्ट्र के भविष्य को आकार देने के इच्छुक पूर्ण व्यक्तित्वों का मूल्यांकन करने के लिए प्रेरणा के लोकाचार पर आधारित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से निर्दिष्ट ‘प्रेरणा उत्सव’ दिवस पर स्कूल/ब्लॉक स्तर पर आयोजित चयन प्रक्रिया में भी शामिल हो सकते हैं।
चयन होने पर, 20 प्रतिभागी (10 लड़के और 10 लड़कियां) प्रेरणा कार्यक्रम में भाग लेंगे और प्रेरणा, नवाचार और आत्म-खोज की यात्रा पर निकलेंगे। कार्यक्रम के बाद, प्रतिभागी प्रेरणा के लोकाचार को अपने-अपने समुदायों में ले जाएंगे, परिवर्तन निर्माता बनेंगे और दूसरों को प्रेरित करने के लिए सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
प्रेरणा में पंजीकरण के लिए कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र यहां देख सकते हैं prerana.education.gov.in.
प्रेरणा प्रोग्राम के पाठ्यक्रम और गतिविधियां
आईआईटी गांधी नगर द्वारा तैयार प्रेरणा स्कूल का पाठ्यक्रम नौ मूल्य आधारित विषयों पर बना है: स्वाभिमान और विनय, शौर्य और साहस, परिश्रम और समर्पण, करुणा और सेवा, विविधता और एकता, सत्यनिष्ठा और शुचिता, नवाचार और जिज्ञासा, श्रद्धा और विश्वास, और स्वतंत्रता और कर्तव्य। उपरोक्त विषयों पर आधारित कार्यक्रम युवाओं को प्रेरित करेगा और भारत की विविधता में एकता के प्रति सम्मान को बढ़ावा देगा, “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना को मूर्त रूप देगा और आज के युवाओं को विकसित भारत के लिए एक मशाल धारक बनाने में योगदान देगा। इस प्रयास के लिए, प्रतिभागियों को प्रतिष्ठित संस्थानों के सलाहकारों द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा।
दिन-वार कार्यक्रम अनुसूची में योग, सचेतन और ध्यान सत्र शामिल होंगे, इसके बाद अनुभव आधारित शिक्षा, विषयगत सत्र और दिलचस्प शिक्षण गतिविधियाँ कार्यक्रम शामिल होंगे। शाम के कार्यों में प्राचीन और विरासत स्थलों का दौरा, प्रेरणादायक फिल्म स्क्रीनिंग, मिशन जीवन रचनात्मक गतिविधियां, प्रतिभा शो आदि शामिल होंगे जो समग्र शिक्षण दृष्टिकोण सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, छात्र विविध गतिविधियों में संलग्न होंगे, स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों, नवीनतम अत्याधुनिक तकनीकों और प्रेरणादायक व्यक्तित्वों से सीखेंगे।