
शेयर मार्केट में पैसा डबल करने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, आरोपित पुणे से गिरफ्तार
आरोपित डा. भीमराव अंबेडकर अस्पताल की डाक्टर से 92 लाख 45 हजार ठगी की है। इसके अलावा कोतवाली थाना क्षेत्र में एक कारोबारी से एक करोड़ 10 लाख रुपये ठगे। आरोपित खुद को सीए बताता और जैन समुदाय का है। वह अपने समुदाय के लोगों को ही निशाना बनाता था।
रायपुर। शेयर मार्केट में निवेश कराकर डाक्टर, करोबारी से 10 गुना मुनाफा का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपित को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार किया है। आरोपित राकेश भभूतमल जैन को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसे रिमांड पर रखा है। आरोपित कई लोंगों को करीब 15 करोड़ का चूना लगाकर पत्नी समेत गायब हो गया था। उसकी तलाश में पुलिस की टीम लगातार तलाश कर रही थी। पुणे में लोकेशन मिलने पर उसे गिरफ्तार किया गया। इस ठगी का मामला रायपुर में कोतवाली, मौदहापारा सहित दुर्ग जिले में दर्ज है।
आरोपित डा. भीमराव अंबेडकर अस्पताल की डाक्टर से 92 लाख 45 हजार ठगी की है। इसके अलावा कोतवाली थाना क्षेत्र में एक कारोबारी से एक करोड़ 10 लाख रुपये ठगे। आरोपित खुद को सीए बताता था। पुलिस को अनुमान है कि उसने बीते चार वर्षों में दर्जनों लोगों को अपना शिकार बनाया है। आरोपित जैन समुदाय का है। वह अपने समुदाय के लोगों को ही निशाना बनाता था।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपित 2018 से इस काम में सक्रिय था। वह कई बड़े-बड़े लोगों के संपर्क में था। बड़ी पार्टियों में जाकर वहां लोगों से अपने व्यापार के बारे में बताता था। उन्हें शेयर मार्केट में मुनाफा कमाने का तरीका बताता था। पहले भरोसा जीतने के लिए दो-चार बार मोटी रकम भी देता था। इसके बाद फिर पैसे देने बंद कर देता था।
स्मार्ट दिखने बिग लगाकर चलता है:
मिली जानकारी के अनुसार आरोपित के सिर में बाल नहीं है, लेकिन वह स्मार्ट दिखने के लिए और बड़ी-बड़ी पार्टियों में लोगों को इंप्रेस करने के लिए बिग लगाकर के घूमा करता था।
चार्टर्ड आउंटेंट का काम आता है आरोपित को:
आरोपित सीए है। जीएसटी रिटर्न भरना सहित अन्य काम में वह माहिर है। लोगों को बड़े-बड़े लेन-देन के काम को आसानी से जीएसटी फाइल कर देता था। इससे लोगों को भरोसा हो जाता था।
पुलिस ने जारी किया था लुकआउट नोटिस :
पुलिस को शक था कि आरोपित विदेश भाग सकता है। इसको देखते हुए लुक आउट सर्कुलर या लुक आउट नोटिस जारी किया था। हवाई अड्डों पर विशेष रूप से ऐसे व्यक्तियों की पहचान की जाती है।
बैंक खाते खाली :
पुलिस के लिए सबसे बड़ा चैलेंज आरोपित के पास से पैसे रिकवर करना है। आरोपित के अब तक मिले बैंक खाते खाली हैं। जिससे रिकवरी नहीं हो पा रही। पुलिस ने इसी वजह से पुलिस रिमांड पर लिया है। इसके अलावा उसके द्वारा कितने लोगों से ठगी की गई उसके बारे में पूछताछ की जा रही।