भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती, बीजेपी नेताओं ने दिया धरना, बोले- ‘भूपेश है तो अंधेरा है’

राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के बीच कई शहरों में अघोषित बिजली कटौती शुरू कर दी गई है. सुबह, दोपहर या देर रात कभी भी बिजली की कटौती कर दी जा रही है. इससे परेशान होकर राजनांदगांव में बीजेपी नेताओं ने धरना दिया. आधीरात शहर के कुछ क्षेत्रों में हो रही अघोषित बिजली कटौती के मामले को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर के नेतृत्व में युवा मोर्चा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने आज विद्युत मंडल कार्यालय का घेराव व धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान बीजेपी के नेता ‘भूपेश है तो अंधेरा है’ का बैनर साथ लेकर चल रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे.

भारतीय जनता युवा मोर्चा के राजनांदगांव जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने कहा कि शहर के तुलसीपुर, बसंतपुर क्षेत्र सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में आधीरात बिजली कटौती की जा रही है. टेलीफोन के माध्यम से शिकायतें सुनने वाला भी कोई नहीं है. भीषण गर्मी में लोग रहने मजबूर हो रहे हैं. 7 से 10 दिन के भीतर अगर व्यवस्था नहीं सुधारी जाती है तो विद्युत मंडल कार्यालय के सामने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाएगा और आगामी दिनों में मुख्यमंत्री के दौरे के समय उनका घेराव भी किया जाएगा.

अधिकारी कह रहे कोई शिकायत नहीं मिली
राजनांदगांव शहर के कुछ हिस्सों में हो रही लो वोल्टेज की समस्या और बिजली कटौती के मामले को लेकर विद्युत मंडल के चीफ इंजीनियर टीके मेश्राम का कहना है कि बिजली कटौती जैसी कोई शिकायत नहीं है. मेंटेनेंस के नाम पर विद्युत आपूर्ति बंद करने की सूचना पहले ही हो उपभोक्ता को दे दी जाती है. बहरहाल भीषण गर्मी के दिनों में आधी रात अचानक लाइट बंद होना पटरी पार के क्षेत्रों सहित शहर के दूरस्थ वार्डों के लिए आए दिन की समस्या है. बिजली बंद होने पर शिकायत करने उपभोक्ता द्वारा फोन लगाया जाने पर विद्युत मंडल का नंबर हमेशा व्यस्त ही आता है और कभी फोन लग भी जाए तो शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं होती है. ऐसे में अघोषित बिजली कटौती को लेकर जन आक्रोश भी दिखाई देने लगता है.

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