श्रीराम जानकी मंदिर ट्रस्ट की मनमानी पर रोक लगाने कलेक्टर से शिकायत
दिनेश दुबे
आप की आवाज़
श्री राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की मनमानी पर रोक लगाने कलेक्टर से शिकायत
बेमेतरा—ग्राम गिधवा स्थित श्री राम जानकी मंदिर ट्रस्ट के वर्तमान सदस्यों के द्वारा मनमानी पर रोक लगाने के नाम पर कलेक्टर बेमेतरा को ग्राम के शिवलाल यादव ठग्गू दास मानिकपुरी कमल किशोर शर्मा किशन साहू मुकेश विनोद दास मानिकपुरी आकाश राजपूत बादल शर्मा पहलाद विश्वकर्मा आदि अनेक लोगों ने लिखित शिकायत कर कृष्ण जन्माष्टमी पर पुरानी परंपरा को तोड़ने की शिकायत की है
जारी विज्ञप्ति में ग्रामीणों ने बताया कि श्री राम जानकी ट्रस्ट के वर्तमान सदस्यों के द्वारा पुरानी परंपरा को तोड़ने की बात सामने आई है मंदिर ट्रस्ट के निर्माण के समय से श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पर भगवान को भोग लगाने के लिए शुद्धता का ध्यान रखते हुए मंदिर परिसर में ही भोग लगाने के लिए प्रसाद बनाया जाता था परंतु अब की साल बाहर से प्रसाद बनवा कर लाया गया जिस पर ग्राम वासियों ने बेहद नाराजगी जताई है मंदिर प्रांगण पर प्रसाद ना बनने के कारण पूर्व की अपेक्षा प्रसाद वितरण में कमी पाई गई और फल सेब अंगूर मोसंबी आदि भी प्रसाद के रूप में वितरण नहीं किया गया ग्राम वासी ऐसे सदस्यों को हटाना चाहते हैं वर्तमान सदस्यों द्वारा मनमानी करना आम बात हो गई है ग्रामीणों के अनुसार इन लोगों के द्वारा मंदिर के पुजारी को महीने का भगवान के भोग के लिए जो पूर्व में सम्मान दिया जाता था उसे भी पूर्व की तरह नहीं दिया जा रहा है वर्तमान सदस्यों के चलते मंदिर का विकास पूर्ण तरह से ठप पड़ गया है मन्दिर प्रांगण के अंदर बहुत से रिपेयरिंग और मरम्मत के कार्य बाकी है जिसे ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण मंदिर क्षतिग्रस्त हो रही है जबकि मंदिर ट्रस्ट के पास लगभग 207 एकड़ कृषि भूमि है जिससे प्रतिवर्ष मंदिर को करीब 23 से 24 लाख रुपए खेत नीलाम के माध्यम से आय प्राप्त होता है लेकिन धार्मिक कार्यक्रम व सांस्कृतिक कार्यक्रम ग्राम वासियों को सुनने और देखने को नहीं मिल पा रहा है गांव के गरीब तबके के लोगों को पूर्व में मंदिर समिति के माध्यम से मिलने वाला लाभ भी पूरी तरह से बंद हो गया है गरीब स्कूली बच्चों को मंदिर ट्रस्ट की ओर से कोई आर्थिक मदद भी नहीं दिया जा रहा है गांव के गरीब भूमि हीन मंदिर ट्रस्ट की जमीन को साल भर के लिए अधिया लिया करते थे जिसके आय से अपने परिवार का भरण पोषण किया करते थे और बचत भूमि पर मंदिर स्वयं खेती करते थे उस समय ट्रस्ट के पास पर्याप्त मात्रा में कृषि कार्य के लिए बैल भैंस गाय थी लेकिन अब एक भी गाय भैंस नहीं है अब गांव के भूमिहीनों को खेत अधिया नहीं दिया जाता जिसके चलते मजबूरी में मजदूरों को शहर की ओर पलायन करना पड़ रहा है ग्राम के अनेक लोगों ने वर्तमान श्री राम जानकी मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों को हटाने की मांग की है