
सघन पल्स पोलियो अभियान में 1 लाख से अधिक बच्चों ने पी खुराक
1 व 2 फरवरी को घर-घर पहुंचेगी पोलियो की खुराक

रायगढ़ 31 जनवरी
रविवार को देशभर में पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया गया। इसे राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस (एनआईडी) या पोलियो रविवार के रूप में भी जाना जाता है।
इस अवसर पर जिले के सभी ब्लाकों में जनप्रतिनिधियों एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी- कर्मचारियों ने पल्स पोलियो ड्राप पिलाकर अभियान की शुरुआत की। यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा। रविवार को रामभांठा स्थिति स्वास्थ्य केंद्र में रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने पोलियो टीकाकरण की शुरुआत की। शाम चार बजे तक 1880 टीकाकरण बूथ एवं ट्रांजिट-मोबाईल यूनिट द्वारा जिलेभर में 1.35 लाख बच्चों को पोलियो टीके की खुराक दी जा चुकी है।
31 जनवरी को बूथ में एवं 1 तथा 2 फरवरी को घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चो को पोलियो की खुराक ‘’दो बूंद हर बार पोलियो पर जीत रहे बरकरार’’ मंत्र के साथ पिलाई जायेगी । इसी क्रम में रायगढ़ में 1.73 लाख से ज्यादा बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
टीकाकरण शुभारंभ के मौके पर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने कहा कि 0 से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो बूथ तक जरूर लाएं। केन्द्रों में बच्चों को पोलियो वैक्सीन की दो-दो बूंद पिलाने के लिए शासकीय कर्मचारियों और मितानिनों की तैनाती के साथ ,पल्स पोलियो के लिए मेला एवं बाजार स्थल तथा मोबाइल टीम टीकाकरण के जरिये भी खुराक की व्यवस्था की गई है। हमारा लक्ष्य है सभी बच्चों को पोलियो की खुराक दिलाई जा सके इसके लिए जिले के सार्वजनिक भवनों, बस स्टैण्ड में भी टीकाकरण केन्द्र बनाए गए थे।“
दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. भानू पटेल ने बताया “ आमतौर पर नियमित अंतराल पर हम बच्चों को जरूरी टीका देते ही हैं जिसमें पोलियो का टीका भी शामिल है। भारत पोलियो मुक्त देश हो चुका है पर पड़ोसी देशों में अभी भी पोलियो के मरीज हैं इसलिए कोई भी बच्चा नहीं छूटे इस उद्देश्य से सघन पोलियो अभियान हर साल चलाया जाता है। पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत 17 जनवरी से होने वाली थी लेकिन कोरोना टीकाकरण की वजह से इसे टाल दिया गया था। बच्चों के स्वास्थ्य के मद्देनजर हर केंद्र में टीकाकरण के दौरान कोविड नियमों का पालन किया गया। मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग लगभग हर केंद्र में किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमें दुरस्थ अंचल में टीकाकरण की निगरानी में लगी हैं।“