
सजायाफता बंदियों की रिहाई के लिए उन्मुक्त अभियान प्रारंभ
जशपुरनगर 06 अगस्त 2021/जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्षा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जशपुर श्रीमति अनिता डहरयिा के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जशपुर के सचिव श्री अमित जिन्दल ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर एवं जेल मुख्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में सजायाफता बंदियों की रिहाई के लिए उन्मुक्त अभियान प्रारंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत दोषसिद्ध पात्र सजायाता बंदियों को रिहा किया जायेगा।
यह अभियान उच्चतम न्यायालय के द्वारा एसएलपी प्रकरण पक्षकार सोनाधार विरूद्ध छत्तीसगढ़ राज्य में दिये गये निर्देश के आधार पर प्रारंभ किया गया है। उच्चतम न्यायालय के द्वारा छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश एवं बिहार राज्य को यह दायित्व सौपा गया है कि वह 01 अगस्त 2021 से पायलट प्रोजेक्ट को लागू कर पात्र दोषसिद्ध बंदियों को रिहा किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
यह अभियान चार प्रमुख चरणों से गुजरेगा, जिससे प्रथम चरण के अंतर्गत पात्र दोषसिद्ध बंदियों की पहचान करते हुए उनकी ओर से आवेदन प्रस्तुत कराकर एवं आवश्यक दस्तावेज संकलित कर उन्हें रिहा किये जाने हेतु कार्यवाही की जायेगी। यदि किसी पात्र बंदी का आवेदन निरस्त किया जाता है तब राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा ऐसे बंदियों की ओर से विधिक सहायता उपलब्ध कराकर अपील की कार्यवाही की जायेगी। उक्त क्रम में आवश्यक सहायता नियमानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जशपुर द्वारा भी उपलब्ध कराई जायेगी।