सिलगेर में मारे गए आदिवासियों के बारे क्या कहा नन्द कुमार साय ने वीडियो जारी कर कही यह बात…
रायगढ़। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता नंद कुमार साय ने एक बयान जारी कर कहा है कि भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ के सीलगेर में मारे गए आदिवासियों के परिवार वालों को तत्काल एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान करे। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश के लखिमपुर खीरी में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने वहां मारे गए लोगों को 50-50 लाख रुपए देने की घोषणा की है जबकि वहां गाड़ी से कुचलने की घटना हुई है वहीं छत्तीसगढ़ में पुलिस की गोली से आदिवासी मारे गए हैं। मुख्यमंत्री ने जो संवेदना उत्तरप्रदेश मे दिखाई है वैसी ही संवेदना छत्तीसगढ़ के मूल आदिवासियों के लिए भी दिखाए। नन्द कुमार साय ने भूपेश बघेल के उस बात पर भी आपत्ति की है जिसमे उन्होंने कहा कि सिलगेर कांड में मारे गए लोगों ने नोकरी या मुआवजे की मांग नहीं की है। तो क्या लखीमपुर खीरी के लोगों ने भूपेश बघेल से मुआवजा मांगा था। साय ने कहा कि सिलगेर में पेसा कानून लागू है और वहां ग्राम सभा होता है तथा छत्तीसगढ़ के मूल आदिवासी लोगों के साथ दुर्भाग्य जनक घटना घटी है । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दूसरे प्रदेश में जाकर संवेदना दिखा रहे हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार यदि सिलगेर घटना को ऐसे ही छोड़ देना चाहती है तो वह भ्रम में है। यदि आदिवासी लोगों को उनका हक नहीं मिला खासकर सिलगेर कांड में जो दमन छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के साथ की गई है उन आदिवासी परिवारों को सहायता राशि नहीं दी गई तो आने वाले दिनों में आदिवासी समाज बड़ा कदम उठाने से नहीं चुकेगी।
नन्द कुमार साय ने कहा कि सिलगेर कांड के तुरंत बाद वे घटना स्थल की और रवाना हुए थे। ताकि वे घटना की जानकारी ले सकें और आदिवासियों की मदद कर सकें। लेकिन मुझे घटनास्थल से 1 किलोमीटर पहले ही पुलिस के द्वारा रोक दिया गया था अब छत्तीसगढ़ सरकार से विनती है की वे आदिवासियों पर की गई बर्बर कार्रवाई के माफी मांगे और पीड़ित परिवार को 1-1 करोड़ की राशि सहायतार्थ प्रदान करे।