प्रसाशन की चुप्पी, अतिक्रमण ने खाया चारागाह, जंगल, हड़हा और खेल मैदान – ग्रामीणों ने किया विरोध
संवाददाता कोमल साहू। विकासखण्ड बलौदाबाजार के ग्राम पंचायत खम्हरिया में लगातार अतिक्रमण की घटना बढ़ते जा रहा है । अतिक्रमण का जाल इस तरह फैला हुआ है कि ग्राम में जानवरों के लिए सुरक्षित रखे। सभी चारागाह पर लोगो का कब्जा है। साथ ही साथ मृत जानवरो के लिए सुरक्षित रखी। भूमि जिसे ग्रामीण हड़हा कहते हैं । उस पर भी गाँव के कुछ लोगो ने कब्जा कर रखा है। अब मृत गौ माता को सड़क में रखने ग्रामीण विवश हैं। इस स्थिति से परेशान होकर गाँव मे सारे किसान या तो अपना जानवर बेच दे रहे हैं या उसे दूर के किसी जंगल मे छोड़ने को मजबूर है। यहाँ तक जंगल की जमीन पर भी लोगो ने कब्जा कर रखा है। मजे की बात तो ये है कि घास भूमि और जंगल की भूमि में जो लोग कब्जा कर के बैठे हैं । उन लोगो को प्रधानमंत्री आवास योजना का भी लाभ मिल रहा है ताकि बेजा कब्जा की जमीन पर सरकार की मुहर लग जाए। बेजा कब्जाधारी का मनोबल तो इतना बढ़ा हुआ है कि पहले ओ शाशकीय भूमि पर कब्जा करते हैं, फिर आसपास के गाँव वालों को उसे अच्छे खासे दाम में बेच देते हैं और फिर दूसरी जगह पर बेजा कब्जा कर लेते हैं।भूमाफियाओं पर कौन मेहरबान है। ये कहना तो मुश्किल होगा किंतु शासन, प्रशासन ने चुप्पी साधी है, ऐसा ग्रामीणों का कहना है।
सरपंच और पंच लुंकेश्वरी योगेश वर्मा की सुने तो ग्राम में स्थित स्वागत द्वार के पास बेजा कब्जा में बनाया गया मकान मालिक ने तो बेजा कब्जा का भी मर्यादा तोड़ते हुए स्वागत द्वार पर ही दीवाल बना दिया। जिससे ग्रामीणों को चलने और निस्तारी में काफ़ी समस्या हो रहा है। ग्रामीणों की शिकायत पर सरपंच और पांचो द्वारा उन्हें समझाने का प्रयास किया गया किंतु हौसले बुलंद बेजा कब्जाधरी कहा किसी की मानने वाले। इसी क्रम में ग्राम पंचायत द्वारा उन्हें नोटिस देने की बात कही जा रही है।
सरपंच ग्राम पंचायत खम्हरिया – समझाने का प्रयास किया गया है किंतु उन्होंने मानने से इनकार कर दीया, पंचायत से नोटिस भेजेंगे नही मानने पर पंचायत द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
योगेश वर्मा (पंच प्रतिनिधि) – सभी पांचो द्वारा समझाने का प्रयास किया गया साथ ही ग्राम पंचायत सचिव को नोटिस भेजने के लिए बोला गया है।