
तनाव में न रहें और धूम्रपान आज ही छोड़ें
तेलयुक्त भोजन से दूरी बना, व्यायाम पर ध्यान दें : डॉ. विलियम
रायगढ़ 28 सितंर 2021, 29 सितम्बर को “विश्व हृदय दिवस” मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को हृदय रोग के बारे में जागरूक करना है। डॉक्टरों का मानना है कि कोविड महामारी बीमारी के चलते हृदय रोग मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोना से दिल की बीमारी ज्यादा बढ़ रही है। लोग नियमित रूप से अपनी जाँच नहीं करा पा रहे। गलत खानपान, हर वक्त तनाव की स्थित तथा रोज व्यायाम न होने यह बीमारी बढ़ती जा रही है। देश की अलग-अलग संस्थाएं जागरूक करने के लिए अभियान चलाते है।
स्वास्थ्य विभाग भी बुधवार को विश्व ह्रदय दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. योगेश पटेल ने बताया, “हृदय मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर में विश्व हृदय दिवस 2000 से मनाने की घोषणा की। पहले यह दिवस सितम्बर माह के अन्तिम रविवार को मनाया जाता है। लेकिन 2014 से इसे 29 सितम्बर से मनाने की शुरुआत हुई। तब से हर वर्ष 29 सितम्बर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। स्वास्थ्य विभाग भी जिले में विश्व ह्रदय दिवस मनाएगा।“
फोर्टिस जिंदल अस्पताल के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विलियम एलेक्सजेंडर नंदा (एमडी मेडिसीन, डीएनबी कॉर्डियोलॉजी) ने बताया, “लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण लोगों को कई तरह की बीमारियां घेर रही हैं। तनाव, खान-पान पर ध्यान न देना, शराब, धूम्रपान करने के कारणों के चलते हृदय संबंधी बीमारियां लोगों को घेर रही है। अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण यह बीमारियां हर वर्ग के लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। चाहे युवा हो या बुजुर्ग अब किसी भी आयु वर्ग में यह बीमारियां घर कर रही है। इन्हीं बातों का ख्याल रखते हुए पूरे विश्व में हृदय के प्रति जागरूकता पैदा करने और हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए विभिन्न उपायों पर प्रकाश डालने के मकसद से विश्व ह्रदय दिवस मनाया जाता है।“

हेल्दी लाइफस्टाइल को जीवन में दें जगह : डॉ विलयम
डॉ. विलियम एलेक्सजेंडर बताते हैं, “हृदय रोगों के तेजी से बढ़ने के कारण इसके प्रति लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है ताकि इस बीमारी से दूर रहा जा सके। सही समय पर सही उपचार रोगों से निपटने के लिए बहुत आवश्यक होता है। इसके लिए जरूरी है कि हृदय के प्रति कुछ सावधानियां अपनाई जाए, और उनका सख्ती से पालन किया जाए। अधिकांश मामलों में हृदय रोग का प्रमुख कारण तनाव ही होता है वहीं मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं भी हृदय रोगों को जन्म देती है। इसके लिए अपने दिनचर्या में सही बदलाव आवश्यक है, चाहे आप युवा हो या बुजुर्ग एक हेल्दी लाइफस्टाइल को अपने जीवन में जगह दें। ताकि गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से आप बच पाएं। लोग व्यायाम करना, पैदल चलना जारी रखें। शराब और धूम्रपान करना बंद कर दें।“
युवाओं का सावधान रहना जरूरी
डॉक्टर छत्रपाल पटेल बताते हैं, “वर्तमान में 35 साल की उम्र में दिल के दौरे की बीमारी बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है। कोरोना काल में लोग घरों में रहकर अपने खानपान पर विशेष ध्यान नहीं दिया और तेल से युक्त बने पकवान का सेवन अधिक किया जिससे उनका वज़न बढ़ने लगा। वर्तमान डेटा के अनुसार 35-50 उम्र के लोगों में हार्ट अटैक देखा ही गया लेकिन 14-15 साल की उम्र के बच्चे में हार्ट अटैक की बीमारी देखी गयी है। इसका सबसे बड़ा कारण जंक फूड है। जो शरीर में फैट को बढ़ा देता है। इससे दिल का दौरा पड़ने की सम्भावना ज्यादा हो जाती है।“
यह बरतें सावधानियाँ
रोज सुबह टहलने से शरीर स्वस्थ रहता है। सुबह स्वच्छ ऑक्सीजन मिलता है। शारीरिक व्यायाम करने से रक्त का प्रवाह अच्छा बना रहता है। जिससे शरीर पूरी तरह से फिट रहता है। दिल के दौरे से बचने के लिए सेब को अपने डाइट में रखना चाहिए। क्योंकि सेब में पाये जाने वाले पोषक तत्व रक्त को साफ रखते है। दिन में एक सेब खाने से आप को डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अपनी डाइट में ऑयल का सेवन कम करें। ऑयल के ज्यादा सेवन से शरीर की नसों में फैट जमा होने लगता है। जिससे हार्ट अटेक की सम्भावनाएं बढ़ने लगती है। स्वस्थ व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा सरसों के तेल को अपनी डाइट में रखना चाहिए। रिफाइंड तथा नारियल के तेल का प्रयोग कम करना चाहिए।