
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस में ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों में बदलाव होगा। पदों पर लंबे समय से जमे पदाधिकारियों को हटाकर नए को मौका दिया जाएगा। इसके लिए पूरी सूची तैयार कर ली गई है।
प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि प्रदेश में जहां-जहां पदाधिकारी पार्टी के कामों में सक्रिय नहीं और लंबे समय से जमे हुए हैं, उन्हें हटाया जाएगा। पार्टी के प्रकोष्ठों में रिक्त स्थानों को भी भरा जाएगा। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट और नवनियुक्त प्रभारी सचिव एसए संपत कुमार और जरिता लैतफलांग रविवार से दो दिनों के प्रदेश दौरे पर हैं। सचिन पायलट दोपहर 2.45 बजे रायपुर एयपोर्ट पहुंचे।
एयरपोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में प्रदेश प्रभारी पायलट ने कहा कि नगरीय निकाय व पंचायत चुनावों के साथ रायपुर के दक्षिण विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव में जीत की रण्नीति तैयार करने वरिष्ठों के साथ चर्चा की जाएगी। पार्टी की आगामी कार्यक्रमों पर रणनीति बनेगी।
सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो रही है। भाजपा के सांसद, विधायक और मंत्री मुखर होकर कह रहे हैं कि घोषणा पत्र में किए गए वादे पूरे नहीं हो पा रहे हैं। राज्य सरकार कानून व्यवस्था संभालने में नाकाम है। राज्य की सरकार दिल्ली से चल रही है। पायलट एयरपोर्ट से पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की पत्नी कमला साहू को श्रद्धांजलि देने के लिए दुर्ग रवाना हो गए। भिलाई में पायलेट ने केंद्रीय जेल में बंद विधायक देवेन्द्र यादव के स्वजन से मिले।
विपक्ष तय कर रहा है एजेंडा
प्रदेश प्रभारी पायलट ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और सहयोगी दलों की जीत का दावा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता कांग्रेस के नेताओं को टारगेट करना, एजेंसियों का गलत उपयोग करना और चरित्र हनन करना है। संविधान में छेड़छाड़ की बात भाजपा नेताओं ने की थी, जो चुनाव में मुद्दा बना था। राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद विपक्ष एजेंडा तय कर रहा है। हर मोर्चे पर केंद्र सरकार को निर्णय वापस लेना पड़ रहा है।
कानून-व्यवस्था की स्थिति में निरंतर सुधार : रामू रोहरा
भाजपा के प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में कानून-व्यवस्था की स्थिति में निरंतर सुधार आया है। भाजपा सरकार के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करने से पहले पायलट को उन राज्यों पर नजर दौड़ानी चाहिए, जहां कांग्रेस और गठबंधन की सरकारें हैं। सत्ता छिन जाने के बाद कानून-व्यवस्था का होश आया है।