
कोरबा छत्तीसगढ़ – जिले के देहात इलाके में हाथी ने एक कच्चे मकान में घुसकर नुकसान पहुंचाया और वहां मौजूद 42 वर्षीय जनजातीय महिला को मार डाला। खबर के अनुसार महिला को दृष्टि संबंधी दोष था और परिजन उसका उपचार करा रहे थे।
इस मामले में वन विभाग के द्वारा पीडि़त परिवार को तात्कालिक सहायता के रूप में 25000 रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा इलाके में मुनादी करने के साथ लोगों को सचेत किया गया है।
शुक्रवार को सुबह लगभग 4 बजे यह घटना वन परीक्षेत्र पसान के अंतर्गत आने वाले अमझर गांव में हुई सीमित आबादी वाले गांव में अधिकतम लोग जनजातीय वर्ग से जुड़े हुए हैं इनकी आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है बताया गया कि परिक्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में 35 की संख्या में हाथियों का दल कुछ दिनों से सक्रिय हैं इनमें से दो दंतैल समूह से अलग होने के साथ कई क्षेत्रों में हिंसक घटनाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं बताया गया कि इन्हीं हाथियों ने इस गांव में आज सुबह उपस्थिति दर्ज कराएं इस दौरान जय सिंह धनुवार के घर में नुकसान पहुंचाने के साथ वहां पर मौजूद ज सिंह की पत्नी श्रीमती दशमतिया बाई को हाथी ने अपने कब्जे में लेने के साथ मार डाला। पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी में बताया गया कि महिला को आंख में कम दिखाई देता था। कुछ दिनों से बीमार थी। वह झोपड़ी में अकेली रहती थी। परिजन अपने स्तर पर उसका उपचार करा रहे थे। शायद यही वजह है कि आज की घटना के दौरान हाथियों के आने की आहट होने पर भी महिला सुरक्षित जगह पर नहीं जा सकी और उसकी मौत हो गई मामले की जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने सक्रियता दिखाई और किसी तरह हाथियों को कि यहां से खदेड़ा। जानकारी मिलने पर आज सुबह पसान रेंजर धर्मेंद्र चौहान के नेतृत्व में वन विभाग के कर्मचारी तथा पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामे की कार्यवाही के बाद मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया। डीएफओ शमा फारूखी ने बताया कि प्रावधानों के अंतर्गत इस सिलसिले में मृतक की नाबालिक पर को फौरी तौर पर 25000 की राशि प्रदान की गई है इसके अलावा जनहानि की स्थिति में दी जाने वाली अंतर की राशि का भुगतान आगामी दिनों में प्रकरण को फाइनल करने के साथ किया जाएगा।