
6 ग्राम खुन होने पर किया गया था भर्ती था भर्ती, चार दिन तक ईलाज के बाद 12 ग्राम खून बढ़ने के साथ हुआ डिस्चार्ज, परिजन ने डाॅक्टरों का जताया आभार
डिलीवरी कराने महिलाओं का बढ़ा ग्राफ, रोजाना पहुंच रहे है पांच डिलीवरी केस
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
अंचल में 26 जनवरी से ठंड ने एक बार फिर करवट ली है। ठंड के इस मौसम में सर्दी, खांसी और बुखार आम बात है, सर्दी खांसी होते ही ईलाज के लिए लोग अस्पताल पहुंच रहे है। सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र लवन में सर्दी, खांसी के मरीज रोजाना काफी संख्या में पहुंच रहे है। नेत्र सहायक अधिकारी अस्पताल प्रबंधक डाॅ. दुर्गेश बंजारे ने बताया कि ओपीडी में सर्दी, खांसी और बुखार पीडि़त मरीजों की संख्या 01 फरवरी से 12 फरवरी तक 500 मरीज ईलाज कराने आए है। 12 दिनों में भर्ती मरीजों की संख्या 38 रही। वही, 25 एक्सीडेंटल मरीज पहुंचे हुए थे। एक फरवरी से 12 फरवरी तक 19 महिलाओं का सुरक्षित प्रसव किया गया। रोजाना 4-5 की संख्या में डिलीवरी कराने महिला पहुंच रही है। कुछ दिन पहले लवन वार्ड क्र. 03 से फनीराम साहू की 12 वर्षीय पुत्री एमरजेंसी मरीज के रूप में एडमिट हुई थी। भर्ती होने के समय साहू की 12 वर्षीय पुत्री के शरीर में केवल 6 ग्राम ही ब्लड था। चार-पांच दिन सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में भर्ती होने के पश्चात डिस्चार्ज होने के समय 12 ग्राम ब्लड हो गया था। जो कि एक सामान्य व्यक्ति के शरीर में 12 ग्राम व उससे अधिक होना जरूरी है। सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र लवन में सभी भर्ती मरीजों का बेहतर ढंक से ईलाज किया जा रहा है। जिससे मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। अभी रोजाना ओपीडी में 12 से 15 मरीज ईलाज कराने के लिए पहुंच रहे है। ओपीडी के मरीजों में सर्दी, खांसी, बुखार सामान्य तौर पर देखा जा रहा है। वही, मरीजों के लिए दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। सर्दी के मौसम में सावधानी व सतर्कता जरूरी है। खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राकेश कुमार प्रेमी ने बताया कि मौसम में अचानक हुए परिवर्तन के साथ ही मौसमी बीमारियों के मरीज अस्पताल पहुंचने लगे है। खानपान और रहन-सहन पर ध्यान दिया जाए तो मौसमी बीमारियो के प्रकोप से बचा जा सकता है। ठंड के इस मौसम में नवजात बच्चों का विशेष तौर पर ध्यान रखे। सर्दी के मौसम में पानी कम मात्रा में लोग पीते है जो स्वास्थ के लिए हानिकारक है। शरीर में पानी की कमी से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का शिकार हो सकते है। इसलिए पानी खुब मात्रा में पिए। सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र लवन में नशे का आदि हो चूके लोगों को नशे से मुक्ति के लिए दवा के जरिये नशा से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। नशे का आदि हो चूके लोग अब नशा से तौबा करने लगे है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लवन में पदस्थ डॉक्टर गुलशन कुमार पटेल, डॉक्टर नवदीप बांधे सहित अन्य डॉक्टरों का मरीजो का ईलाज करने में योगदान मिल रहा है।