आधे दर्जन हाथियों के झुंड ने गाँव में बोला धावा… किसानों की खेतों में मचाया तांडव

41 हाथियों के झुंड ने 6 गांव में बोला धावा, 23 किसानों की फसल किया तबाह

रायगढ़। धर्मजयगढ़ वन मण्डल में डेरा डाले 41 हाथियों के झुंड ने छाल और बोरो रेंज के आधे दर्जन गांवों में धावा बोलते हुए 23 किसानों की खेतों में न केवल तांडव मचाया, बल्कि धान की खड़ी फसल को भी तबाह कर दिया। यही कारण है कि उत्पाती अतिकायों की चिंघाड़ से सहमे ग्रामीणों को वन विभाग से मदद की आस में मजबूरन रतजगा करना पड़ रहा है।
हरियाली की चादर ओढ़े आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों का कहर फिर टूट रहा है। बीते रविवार रात फिर 46 हाथियों के दल के 41 अतिकायों के दल ने क्षेत्र के 23 किसानों की खड़ी फसलों को रौद डाला। बताया जाता है कि 16 हाथियों के दल का गांव के नजदीक होने के कारण बोरो बीट के गड़ाईनबहरी क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वन मंडल के बोरो कुमा में 10 हाथी , धर्मजयगढ़ और पंडरीपानी बीट में 5 हाथी तथा आमापाली में 10 हथियों का बड़ा झुंड विचरण कर रहे हैं। खास बात यह है कि छाल वन परिक्षेत्र के बोजिया बीट के गड़ाईनबहरी में 16 हाथियों ने 2 किसान और कुमा लोठान में 3 तथा गेरसा में 10 किसान तथा आमगांव व आमापाली में 8 किसान इस तरह 23 किसानों की खड़ी फसलों को हाथियों ने रौंद दिया। वहीं, बोजिया, खम्हार और आमापाली बीट में भी गजराज विचरण कर रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि 46 हाथियों के झुंड में 16 हथिनी है, जो कि धरमजयगढ़ के बोजिया में पिछले कई दिनों से डेरा डाले बैठे हैं। जबकि, बोरो के कुमा बीट में 10 और धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के पंडरीपानी में भी 10 हाथियों का बड़ा दल विचरण कर रहा है। इसके अलावे पोटिया में 5 और लोटान, हाटी, बेहरामार, छाल, खम्हार तथा आमगांव में 1- 1 हाथी अकेले स्वछंद विचरण कर रहे हैं। चूंकि, इसमें 21 नर और 16 मादा के साथ 9 शावक भी शामिल हैं, इसलिए आसपास गांव में दिन ढलते ही लोग अपने घरों में दुबककर बाहर नहीं निकल रहे, बल्कि वन अमले से सहायता की उम्मीद में हैं।

वन विभाग कर रहा प्रभावित किसानों का सर्वे

अतिकायों ने जिस तरह आतंक मचाया, उससे ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है। जैसाकि छाल बीट के ग्राम बोजिया और कोसाबहार में 16 हाथियों ने 17 किसानों की खड़ी फसल चौपट कर खेत के आसपास लगे सीमेंट पोल को भी ध्वस्त कर दिया। वहीं, खड़गांव बीट के कोसापाली और सेमीपाली में भी 5 गजराजों ने 2 किसानों की फसलों को चट कर दिया। इसी बोरो वन परिक्षेत्र के तरह खम्हार ब बीट के रामपुर तथा रुंआपुल में 10 अतिकायों ने सर्वाधिक 18 कृषकों की खून पसीने की कमाई फसल को बर्बाद कर दिया। यही नहीं, आमगांव में भी जा धमके 10 हाथियों ने 3 किसानों की फसलों को तहस नहस कर दिया। हालांकि, वन विभाग प्रभावित क्षेत्रों में कर्मचारियों को भेजकर किसानों के हुए नुकसान का आंकलन करवा रही है, ताकि सरकारी खजाने से उनकी भरपाई की जा सके।

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