
परफेक्ट कपल बनने के स्मार्ट ट्रिक्स…जानिए आप भी
जब दो दिल एक जान बन जाते हैं, तभी बनता है सच्चा रिश्ता और ऐसे लोगों को ही हम कहते हैं परफेक्ट कपल. यह परफेक्शन (Smart tricks for perfect couple) आप भी अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में ला सकते हैं, बस ज़रूरत है ज़रा-सी सलाह व समझदारी की. सलाह हम देंगे, जिसे समझदारी से आपको अपने जीवन में लागू करना होगा और आप भी बन जाएंगे परफेक्ट कपल.
स्मार्ट ट्रिक्स (Smart tricks for perfect couple)
आप जैसे हैं वैसे ही रहें, साथ ही अपने पार्टनर को भी उसके उसी रूप में स्वीकारें: एक अच्छी रिलेशनशिप की शुरुआत ही एक्सेपटेंस यानी स्वीकारने के भाव से होती है. कपल्स को कभी भी एक-दूसरे को बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और न ही एक-दूसरे से परफेक्शन की उम्मीद करनी चाहिए.
शेयररिंग ज़रूरी है: जब आप एक रिश्ते में बंधे होते हैं, तो मन में यह बात नहीं आनी चाहिए कि यह मेरा है और यह तेरा. जो भी कुछ है आप दोनों का है. आप पर आपके पार्टनर का भी हक़ है, इसलिए शेयरिंग बेहद ज़रूरी है, फिर चाहे वो बातें शेयर करना हो या कोई छोटी से छोटी चीज़. इससे आपकी बॉन्डिंग स्ट्रॉन्ग होगी.
बहुत ज़्यादा रोक-टोक न करें: जो चीज़ आपके पार्टनर को ख़ुशी देती हो, उसे करने दें. हर बात पर एक-दूसरे को रोकना-टोकना ठीक नहीं. अगर आपके पति को दोस्तों के साथ पार्टी करने का मन है, तो करने दें. इसी तरह यदि पत्नी को भी शॉपिंग करनी हो, तो उसे उत्साहित करें, न कि ताना दें.
तुम्हें जिससे प्यार है, मुझे भी उससे प्यार है: एक-दूसरे को यह एहसास दिलाते रहें कि आप दोनों को ही एक-दूसरे की पसंद से प्यार है. अक्सर ज़्यादातर कपल्स एक-दूसरे के रिश्तेदारों को पसंद नहीं करते और यही बातें झगड़े की वजहें भी बनती हैं. आप यही सोचें कि शादी के बाद आपको एक-दूसरे के परिवारों को स्वीकारना ही होगा, आख़िर वो आपका भी परिवार है अब.
एक-दूसरे के स्वभाव के अंतर को सकारात्मक रूप से लें: दो अलग चीज़ें भी मिलकर लाजवाब हो सकती हैं, इसी थ्योरी को ध्यान में रखें और एक-दूसरे के अलग व्यक्तित्व को सराहें और इस अंतर को एंजॉय करें. कभी भी एक जैसा बनने की कोशिश करने की ग़लती न करें.
जलन की भावना को बहुत ज़्यादा हावी न होने दें: यह इंसानी फ़ितरत है कि कभी न कभी हमें किसी न किसी बात से ईर्ष्या या द्वेष होता ही है. लेकिन इन कमज़ोरियों को इतना हावी न होने दें कि आपके रिश्ते को ये प्रभावित करने लगें. मन में बेवजह के शक व शंकाएं न पालें. भरोसा करना सीखें
समस्या से बचें या भागें नहीं: आपके दिन की शुरुआत आपके पार्टनर से होती है, तो झगड़ा या विवाद होने की स्थिति में आपकी शाम भी एक-दूसरे से बिना बात किए नहीं ढलनी चाहिए. रात को मुंह फेरकर मन में ग़ुस्सा रखने से समस्या अगले दिन तक खिंच जाती है. बेहतर होगा उसे उसी दिन बात करके सुलझा लिया जाए.
सरल बनें, ख़ुश रहें: रिश्तों में हम जितना ज़्यादा सरल बनेंगे और छल-कपट से दूर रहेंगे, रिश्ते उतने ही मज़बूत बनेंगे. आप दोनों साथ इसीलिए हो कि एक-दूसरे को अपनी उपस्थिति से ख़ुश रख सकें, जीने का हौसला व उमंग दे सकें. हमेशा इस बात को ध्यान में रखेंगे, तो कोई भी नकारात्मक विचार हावी नहीं होगा.
जो तुम्हारी पसंद, वही मेरी पसंद: अगर आप दोनों की पसंद और रुचियां अलग भी हैं, तो भी एक-दूसरे की हॉबीज़ में दिलचस्पी लेना सीखें. पति को क्रिकेट मैच पसंद है और पत्नी को कुकरी शो, ऐसे में क्रिकेट के वक़्त पत्नी कोसे और कुकरी शो के वक़्त पति, तो छोटी-सी बात का बतंगड बनते देर नहीं लगेगी. और अगर पत्नी भी थोड़ा क्रिकेट में रुचि दिखाए व पति कुकिंग में तो बात बन जाए.