
OMG! 3 साल से पेट में पल रहा था कनखजूरा, जानें कैसे पता चला
मुरादाबाद शहर के हरथला कॉलोनी से हैरतअंगेज कर देने वाली खबर आई है। हरथला कॉलोनी में रहने वाली एक महिला ने दावा किया है कि उसके पेट में तीन साल से कनखजूरा पल रहा था। जो कि पानी पीने के दौरान उसके पेट में चल गया था। हरथला कॉलोनी में रहने वाली इस महिला का नाम मीना है और जिसकी उम्र चालीस साल है। मीना बताती हैं कि तीन साल पहले जब एक रात उन्होंने अंधेरे में रखी खुली बाल्टी में से पानी पिया तो उसी दौरान उसके मुंह में पानी के साथ कनखजूरा उनके पेट में चला गया था। मीना को जब इस बात का एहसास हुआ कि उसके पेट में कनखजूरा चला गया है तो वह डॉक्टर के पास गई लेकिन डॉक्टर ने इसे मीना का वहम बताया और घर जाने को बोल दिया।
मीना ने जब डॉक्टर्स के सामने अपनी यह बात रखी तो डॉक्टर्स ने मीना की बात को सिरे से नकार दिया था। डॉक्टर्स का कहना है कि मेडिकल सांइस के हिसाब से शरीर के अंदर बाहर से गए कीसी भी कीड़े का तीन साल जिंदा रहना संभव नहीं है और न ही उनके सामने कभी ऐसा कोई मामला आया है। डॉक्टर का यह भी कहना है कि शरीर के अंदर रहने वाले परजीवी मानव शरीर के अनुसार ही ढल जाते है लेकिन बाहर के जीव शरीर के अंदर नहीं रह सकते और उनका शरीर के हिसाब से ढलना भी संभव नहीं है।
जब डॉकटर ने मीना की बात को वहम बताया तब मीना के पति शीशराम उसे एक हकीम के पास ले गए। मीना बताती है कि हकीम ने उन्हें कीटनाशक की दवा पिलाई। जिसके कुछ देर बाद मीना को उल्टी होना शुरु हो गई और शरीर में से तीन साल पुराना कनखजूरा बाहर निकल गया।
मीना के पति का कहना है कि उन्होंने भी अपनी आंखों से मरा हुआ कनखजूरा शरीर से बाहर निकलते हुए देखा है। कीटनाशक दवाई की वजह से कनखजूरा मरा हुआ निकला था। मीना बताती है कि तीन साल से उनको हर दिन शरीर में कनखजूरा होने का अहसास परेशान करता रहा। उन्हें हर दिन कनखजूरे के पंजों, उसके चलने, उसके होने का अहस होता रहा। मीना का कहना यह भी है कि कई बार कनखजूरा शरीर के अंदर काटता भी था।