मुखिया के सम्मान व मांग के बाद भी कर्मचारी जगत को नाममात्र का DA देकर किया गया निराश – छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन—

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–4.5.22
मुखिया के सम्मान व मांग के बाद भी कर्मचारी जगत को नाममात्र का DA देकर किया गया निराश – छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन—
पखांजूर:-
महंगाई से कराह रहा कर्मचारी,5% DA का निर्णय स्वागतेय नहीं।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष स्वदेश शुक्ला,जिला सचिव संतोष जायसवाल ने महंगाई भत्ते की घोषणा पर नाराजगी जताते हुए कहा कि 5% महंगाई भत्ता देना संपूर्ण कर्मचारी जगत को महंगाई की मार झेलने के लिए मजबूर करना है।
प्रदेश सरकार लगातार महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के समक्ष अपना प्रदर्शन कर रही है,चाहे वह बढ़ते पेट्रोल के दाम पर हो या रसोई गैस की कीमतें,लेकिन जब स्वयं के प्रदेश के कर्मचारियों की बात आती है तो प्रदेश सरकार के मुखिया मुंह फेर लेते हैं।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में विगत 2 साल से महंगाई भत्ता लंबित है जो कि आज बढ़कर 17% हो गई है। जिसे लेकर प्रदेश के सभी वर्ग के कर्मचारी लगातार शासन के समक्ष अपना प्रदर्शन के माध्यम से मांग रखते आ रहे हैं।तमाम तरीके अपनाने के बाद ही सरकार अपनी डफली अपना राग का सुर जमाए मांगों को अनसुना करते चल रही है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा,प्रदेश संयोजक वाजिद खान,प्रदेश महासचिव हेमेंद्र साहसी ने कहा कि किगत दिनों छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली पर कर्मचारी जगह में प्रदेश के सभी मंत्रियों विधायकों का जोर शोर से सम्मान कर खुशी का इजहार किया था। सम्मेलन के जरिए भी वर्षों से लंबित मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाई गई थी जिस पर मुख्यमंत्री जी ने सहानुभूति पूर्वक निर्णय लिए जाने की बात कही थी। मुख्यमंत्री के कर्मचारी हितैषी निर्णय का लगातार स्वागत किया गया किन्तु 5% महंगाई भत्ता का निर्णय स्वागतेय नहीं है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी कृष्णेंदु आईच,कांकेर जिले के विकासखंड अध्यक्ष भोला प्रसाद ठाकुर,गोरखनाथ ध्रुव,धर्मराज कोरेटी,मनीष तिवारी, सत्यनारायण नायक,अनुप पुरबिया,खम्मन नेताम नें बताया कि जनवरी 2020 का डीए 4% और जुलाई 2022 का डीए 3% प्रतिशत लंबित है।सरकार द्वारा 5% की घोषणा कर कर्मचारियों को आंकड़ों के मायाजाल में उलझाया जा रहा है क्योंकि 5% से केवल एक किस्त पूरी होती है और अगली किस्त के भुगतान के लिए 3% चाहिए,जबकि सरकार ने 5% देकर आंकड़ों को ही उलटफेर कर दिया,साथ ही माह मई 2022 से भुगतान की बात कहकर जनवरी और जुलाई माह की परिपाटी को भंग करने का काम किया जा रहा है।
5% मात्र की घोषणा से अब मीडिया में यह बात भी वायरल हो गई है कि अब तक लगातार वर्षों से आर्थिक नुक्सान झेल रहे कर्मचारी अब वर्तमान माह के हजारों रुपयों का अतिरिक्त नुकसान भी झेलने को तैयार रहें।कर्मचारी संवर्ग के लिए महंगाई भत्ते जैसे स्वाभाविक प्रक्रिया को भी भारी जटिल व बड़ा विषय बना दिया गया है इससे कर्मचारियों में बेहद रोष है।छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार 12% महंगाई भत्ते को तत्काल जारी करने की मांग करते हुए कहा कि शनिवार को ही महंगाई से राहत देते हुए हड़ताल जारी किया जाय। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा केंद्र के बराबर भत्ते देकर प्रदेश के कर्मचारियों का सम्मान किया जावे।साथ ही गृह भाड़ा भत्ता जिसे सातवें वेतनमान की गणना के हिसाब से दिया जा रहा है उसे भी तत्काल सातवें वेतनमान के आधार पर गणना कर भुगतान किया जाय।