क्रेडा विभाग की घटिया निर्माण का खुला पोल,



पखांजूर से बिप्लब कुण्डू-14.6.22
क्रेडा विभाग की घटिया निर्माण का खुला पोल,हाई मास्क लाइट के सिविल निर्माण में बिना आरसीसी/बेस ढलाई के निम्न क्वालिटी की कंक्रीट से बनाया जा रहा है सिविल….
पखांजुर–
कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक में विधायक फंड से अलग अलग ग्रामपंचायतों के चौराह पर क्रेडा विभाग द्वारा 26 हाईमास्क लाइट कगया जा रहा है,ताकि तेज रोशनी से चौराहों को उजाला किया जा सके,वही मटोली से गुजरा स्टेट हाइवे क्रमांक 25 मटोली चौक में हाईमास्क लाइट लगाने के लिए गद्दा खोद कर सिविल बनाया गया है,बतादे की संबंधित विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से पेटी ठेकेदार ने आरसीसी/बेस ढलाई ना करते हुए लोहे की छड़ से बना जाली को जमीन(मिट्टी) पर रख कर सीधा पिलर की ढलाई घटिया सामग्री से रात के अंधेरे का फायदा उठाकर सिविल बनवा दिया।
मटोली चौक हाईमास्क सिविल निर्माण कार्य में नई तकनीक से सिविल निर्माण कार्य किया गया है कार्य में देखा गया है जहाँ नियम अनुसार 4एमएम गिट्टी एव रेत तथा सीमेंट से आरसीसी/बेस ढलाई कर उसके ऊपर लोहे से बना जाली डाल कर कंक्रीट ढलाई कर पिलर की ढलाई किया जाना था मगर ठेकेदार ने अधिक मुनाफा कमाने के लिए निर्माण कार्य को आरसीसी/बेस ढलाई ना करते हुए मिट्टी पर ही लोहे से बना हुआ जाली को रख कर जाली में कंक्रीट ना करते हुए सीधा रूखा सूखा घटिया क्वालिटी की कंक्रीट कर पिलर/सिविल को निर्माण किया गया है।
वही मामले की जानकारी के लिए जब क्रेडा विभाग के कोयलीबेड़ा ब्लॉक इंचार्ज चेतन गावड़े की मोबाइल पर फोन किया गया तो उनका नंबर नही लगा तो जिला प्रभारी देवांगन से फोन के माध्यम से निर्माण कार्य को लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि असरसीसी/बेस ढलाई के ऊपर लोहे की जाली बिठा कर 4इंच ढलाई कर फिर पिलर/सिविल की ढलाई किया जाना है,अगर ऐसा निर्माण कार्य किया गया है तो तोड़ कर गुणवत्तापूर्ण निर्माण कर हाईमास्क लाइट लगाया जायेगा,मगर जमीनी हकीकत तो कुछ ओर बयान कर रहे हैं खैर देखने वाली बात ये होगी कि क्रेडा विभाग के अधिकारी की बाते जमीनी स्तर पर कितनी कारगार सावित होता हैं।