छत्तीसगढ़

अस्पताल में भर्ती मानसिक रोगी ने अस्पताल से आधी रात को भागकर दूसरे दिन लगाई फांसी

बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।

 सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र लवन में भर्ती मानसिक रोगी युवक ने अस्पताल से आधी रात को भागकर दूसरे दिन भास्कर पेेट्रोल पम्प के पीछे में बबुल के पेड़ में लटककर फांसी लगाकर आत्म हत्या कर लिया है। अस्पताल से भागने की जानकारी मृतक व अस्पताल प्रबंधन की ओर से दूसरे दिन लवन चैकी में दिया गया था। जिसके बाद परिजन आसपास गांव में लगातार मानसिग रोगी युवक को खोजने का प्रयास कर रहे थे। फिलहाल लवन पुलिस के द्वारा मर्ग पंचनामा कर मामले की विवेचना की जा रही है।

प्रदत्त जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लवन में अरूण पटेल के द्वारा अपने पुत्र हीरालाल पटेल उम्र 31 साल ग्राम पीसीद थाना कसडोल को मानसिक रोग के ईलाज के लिए 31 जुलाई की शांम को भर्ती कराया गया था। वँहा करीब एक दिन तक ईलाज होने के बाद 01 अगस्त की रात्रि करीरब 2 बजे मानसिक रोगी हीरालाल पटेल अस्पताल में सभी के सोए हुए रहने का मौका पाकर अस्पताल से भाग गया। अस्पताल से भागने के बाद हीरालाल 2 अगस्त को यँहा-वँहा भटक रहा था। 03 अगस्त की सुबह परिजन के द्वारा लगातार खोजबीन करते हुए भास्कर पेट्रोल पम्प के पीछे बबूल के पेड़ में फांसी लगाने की जानकारी मिली। जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना लवन को दिए। लवन पुलिस ने मर्ग पंचनामा कर लाश को फंदे से नीचे उतारकर पीएम कराने के लिए अस्पताल भेजा गया।
अब सवाल अस्पताल प्रबंधन पर यह उठता है कि क्या रात्रि में कोई भी डाॅक्टर या स्टाॅफ नर्स, आरएमए की ड्यूटि नहीं लगी हुई थी क्या? यदि ड्यूटि लगी भी हुई थी तो अस्पताल प्रबंधन क्या कर रहे थे। क्या ड्यूटि के समय अस्पताल के कर्मचारी सोए हुए थे या मानसिक रोगी के निगरानी के लिए किसी को नहीं रखे थे। बड़ा सवाल यह उठता है कि कोई मानसिक रोगी अस्पताल से भागकर दूसरे दिन फांसी लगाकर आत्म हत्या कर लेता है, तो अस्पताल प्रबंधन इतने समय तक क्या कर रही थी। इससे साफ तौर पर नजर आ रही है कि ड्यटि के समय अस्पताल के कर्मचारी सोए हुए थे। इसी वजह से एक मानसिक रोगी भागकर परेशान होकर बाहर में जाकर फांसी लगाकर आत्म हत्या कर लिया है। फिलहाल लवन पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मर्ग जांचकर मामले को विवेचना में लिया हुआ है।
इनका कहना है
परिजनों ने बताया कि हीरालाल पटेल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने पर लवन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जो मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से अस्पताल से भागकर फांसी लगा लिया है।
संजीव राजपूत, ए एस आई
पुलिस चौकी लवन
सीएमएचओ कहना है
मरीज अस्पताल से घूमने के लिए निकल जाते है, लेकिन यह मानसिक रोगी वापस नहीं आया जिसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन की ओर से लवन चौकी में दिया गया था।
एम पी महेश्वर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बलौदा बाजार

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