बूढ़ा पहाड़ में फिर मिला विस्फोटक,इस बार बीजीएल भी बरामद

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर व झारखंड के लातेहार तथा गढ़वा जिले की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ में अंतरराज्यीय सर्चिंग अभियान में भारी मात्रा में विस्फोटक और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई है।लगातार मिल रही सफलता और बरामद सामग्रियों से स्पष्ट है कि बूढ़ा पहाड़ नक्सलियों का ठिकाना था ।

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर व झारखंड के लातेहार तथा गढ़वा जिले की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ में अंतरराज्यीय सर्चिंग अभियान में भारी मात्रा में विस्फोटक और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई है।लगातार मिल रही सफलता और बरामद सामग्रियों से स्पष्ट है कि बूढ़ा पहाड़ नक्सलियों का सुरक्षा ठिकाना था और संभव है कि नक्सली यहां अपना प्रशिक्षण केंद्र भी चलाते थे।एक महीने में तीसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड व छत्तीसगढ़ की संयुक्त टीम ने फिर डेटोनेटर,आइईडी ,तार सहित दूसरे विस्फोटक तथा दूसरे सामान बरामद हुए है।इस बार बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) भी बरामद हुआ है।इस बार भी अंतरराज्यीय सर्चिंग अभियान के तहत सामरी थाना क्षेत्र के थलिया जंगल से सामान बरामद कर नक्सलियों की साजिश को नाकाम किया गया है।

जानकारी के अनुसार बूढ़ा पहाड़ को नक्सली मुक्त करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।बूढ़ा पहाड़ में झारखंड की ओर से सीआरपीएफ का कैंप भी खोला गया है।छत्तीसगढ़ की ओर से पुंदाग में भी कैंप खोलने की तैयारी है।सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग,पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग , झारखंड के गढ़वा एसपी अंजनी कुमार झा,लातेहार एसपी अंजनी अंजन के साथ सीआरपीएफ एवं कोबरा के वरिष्ठ अधिकारियों के मध्य नक्सल अभियान संबंधी कार्ययोजना तैयार कर छत्तीसगढ़ झारखण्ड पुलिस सीआरपीएफ, कोबरा के संयुक्त टीम द्वारा बुढ़ापहाड़ क्षेत्र में लगातार आपरेशन चलाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के थाना सामरीपाठ अंतर्गत पुंदाग कैंप से सीआरपीएफ व पुलिस टीम सर्चिंग अभियान में पुंदाग, तिलयाहीटांड़, भटठीमहुआ, गोड़ाटांड, थलिया, बुढ़ापहाड़, झण्डीमुण्डी पहाड़, बुढ़ागांव, झाउलडेरा, तुमेरा व आसपास के जंगल क्षेत्र में गई थी। छत्तीसगढ़ की ओर से जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ 62 वीं बटालियन एवं झारखण्ड की ओर से 203 कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ 172 बटालियन व झारखण्ड पुलिस का संयुक्त बल शामिल था।कभी नक्सलियों के प्रभाव में रहे क्षेत्र को पुलिस व सीआरपीएफ की टीम कब्जा मुक्त करने एरिया डोमिनेशन में लगी थी।उसी दौरान सामरी थाना के थलिया जंगल के पास दो अलग-अलग स्थानों पर नक्सलियों द्वारा छिपाए गए हथियार व उनके दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई।बलरामपुर पुलिस ने बताया कि एक स्थान से 800 मीटर बिजली वायर, नायलोन रस्सी,हथौड़ा, आईईडी बनाने का रसायन तीन लीटर,आइईडी, क्लेमोर माइन, कार्डेक्स वायर ,बिजली चलित डेटोनेटर दो तथा डेटोनेटर,आइईडी मेकिंग पाउडर, वायरलेस सेट , बीजीएल, तराजू, सिरिंज,प्लास, इलेक्ट्रिक सेलो टेप,हाथ घड़ी, बैटरी , लोहे के बाट , थर्मस,कार्बन पेपर बरामद हुआ।एक अन्य स्थल से नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखा गया स्टील का पानी रखने का ड्रम,नक्सली वर्दी, काला कपड़ा, नक्सली साहित्य,बैनर,झंडा, बेल्ट,व्हीसीएल, कमाण्डो रोप, पेंट ब्रश,नट-बोल्ट, सर्जिकल ब्लेड सहित अन्य सामान बरामद हुआ। 203 कोबरा बटालियन के बीडीएस टीम द्वारा आइआईडी एवं अन्य विस्फोट पदार्थ को उसी स्थान पर नष्ट कर दिया गया है।

सर्चिंग अभियान से घबराकर नक्सलियों के भागने का संदेह
बूढ़ा पहाड़ में लगातार चलाए जा रहे सर्चिंग अभियान के कारण नक्सलियों द्वारा ठिकाना छोड़कर भागने का भी संदेह जताया जा रहा है।पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों का मानना है कि लगातार फोर्स पहाड़ के भीतरी क्षेत्र में भी घुस रही है।लगातार सर्चिंग अभियान से घबराकर नक्सली अपना सामान छोड़कर भाग रहे है।यही कारण है कि नक्सलियों का सामान व विस्फोटक लगातार बरामद हो रहा है।

बैरल ग्रेनेड लांचर बेहद घातक हथियार

बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) की बरामदगी बड़ी सफलता मानी जा रही है।यह घातक हथियार है।बड़े क्षेत्र को इस हथियार के उपयोग से नुकसान पहुंचाया जा सकता है। जिस तरीके से लगातार विस्फोटक मिल रहे हैं उससे पुलिस की इस आशंका को भी बल मिल रहा है कि नक्सली यहां प्रशिक्षण केंद्र का भी संचालन कर रहे थे।पिछले तीन वर्षों से बूढ़ा पहाड़ को नक्सल मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा था लेकिन इस बार पुलिस व सीआरपीएफ को सफलता मिली है।बूढ़ा पहाड़ में पहली बार सीआरपीएफ का कैंप भी खोल दिया गया है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button