
घरघोड़ा :- शिक्षा एवं शाला को रोचक प्रभावशाली बनाने शिक्षक की अहं भूमिका होती है। सीमित संसाधनों के माध्यमों से शिक्षा का वातावरण निर्मित किया जा सकता है।जिससे विद्यालय आकर्षक अनुशासित शिक्षा प्रभावशाली बने। शिक्षक द्वारा छात्रों की माँग पर मैदान के अभाव में भी “जहाँ चाह – वहाँ राह” को चरितार्थ करते हुए पतंग उड़ाकर उससे शिक्षा के माहौल को रुचिपूर्ण बनाने का प्रयास किया गया। इससे विज्ञान से जुड़ी अवधारणा को प्रस्तुत करते हुए शिक्षक – शिक्षिकाओं ने समझाते हुए पतंग के इतिहास को भी बताया।इस प्रकार संस्था में पतंग दिवस का आयोजन हुआ जिसमे छात्राओं – शिक्षक – शिक्षिकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रधानपाठक श्री अखिलेश मिश्रा एवं शिक्षक विजय पंडा ने कहा कि इस प्रकार की पाठ्य सहगामी क्रियाओं से विद्यालय के वातावरण में उत्साहजनक सकारात्मक परिवर्तन होगा।