ब्रह्माकुमारीज द्वारा महात्मा गाँधी की जयंती के उपलक्ष्य मे वरिष्ठ नागरिको का सम्मान समारोह एवं नशे से आज़ादी समारोह कार्यंक्रम सम्पन्न
बेमेतरा= प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ष की थीम नशे से आज़ादी तथा स्वस्थ एवं स्वच्छ समाज के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान समारोह का आयोजन ब्रह्माकुमारीज बेमेतरा मे स्थित सेवा केन्द्र द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत 2 अक्टूबर 2024 को “नशे से आज़ादी” पर कार्यक्रम आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत परमपिता परमात्मा की याद से की गयी। इस कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि ब्रह्माकुमारी संस्था में 65-70 साल के ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान समारोह किया गया। कार्यक्रम का आयोजन स्वागत, नृत्य, सुखमय सम्मान समारोह से किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. आशीष दानी , ताराचंद महेश्वरी ( समाज सेवी ) ब्रह्माकुमारीज बेमेतरा सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी शशि दीदी उपस्थित थे। सभी अतिथियों का स्वागत गुलदस्ता तथा स्वागत नृत्य के द्वारा किया गया।
ब्रह्माकुमारी शशि दीदी ने नशा मुक्ति विषय पर अपने विचार सभी के समक्ष रखे। इस प्रोग्राम द्वारा ये संदेश दिये कि विशेषकर युवाओ को जागरूक कर नशे को छोङने के लिए प्रेरित किया और जो नशा सेवन करने के आदि हो चुके है उन नौजवानों को नशा छुड़वाने के लिए जागरूक किया व उनके परिवार वालो के सहयोग की भी अत्यंत अवश्यक्ता जताई। उन्होंने कहा की नशा एक सामाजिक बुराई है, इसे हम सबको मिलकर खत्म करना है। हर व्यक्ति अपनी ज़िम्मेदारी को समझे तथा समाज के प्रति अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे।
कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या मे मौजूद सभी नागरिको को किसी भी तरह के नशे का इस्तेमाल न करने तथा अपने आसपास के अन्य लोगो को भी नशे के दुस्प्रभाव के प्रति जागरूक करने की शपथ दिलाई गई।
जीवन कि इस अंतिम पड़ाव मे सबका जीवन सुखमय और स्वस्थ हो जाये यह प्रेरणा दी और कहा की समाज में वरीष्ठ नागरिकों के प्रति सोच बदलनी चाहिए क्योंकि आज समाज में वरिष्ठ नागरिकों के प्रति रवैया बहुत ही सूखा हो गया है। बुजुर्गों को अपने ही मान नही देते है, बुजुर्गों के पास अनुभवों की खान होती है जो हमेशा हमारा मार्गदर्शन करती है। और वे सभी आदर और सम्मान के पात्र हैं। है। दीदी ने कहा कि वर्तमान परिस्थिती अनुसार हर घर आज बुर्जुगों से खाली होता जा रहा है और वृद्धाश्रम भरते चले जा रहे है। यज्ञ इतिहास को याद करते हुये कहा कि निराकार परमात्मा ने भी एक वृद्ध तन का आधार ले समाज के लिये एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
डॉ. आशीष दानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, उम्र के इस पड़ाव में आकर हमने जाना है कि लौकिक रूप से की गई पढ़ाई हमे इस समय काम में नहीं आ रही है परंतु परमात्मा द्वारा बताये जाने वाले मार्ग हेतु संस्कारों की धारणा आवश्यक है जो इस संस्था में हमे सीखने को मिला। अन्य अतिथि के रूप में उपस्थित भ्राता ताराचंद महेश्वरी जी ने स्वास्थ्य संबंधित बातोें को अवगत कराते हुए कहा कि, शरीर स्वस्थ रहेगा तो ही हम परमात्मा से योग लगा सकेंगे। उन्होंने भोजन और बीमारियों से संबंधित विषयों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के अंत मे भाई बहनों का आभार व्यक्त कर सभी में उमंग उल्लास भर दिया। ब्रह्माकुमारीज संस्था के सभी वयोवृद्ध विद्यार्थियों के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन, मंच संचालन, स्वागत, वक्तव्य, समारोप समारोह तथा ब्रम्हा भोजन के साथ सम्पन्न हुआ।उक्त जानकारी ब्रह्माकुमारी शशि दीदी
संचालिका द्वारा दी गई ।