
देशभर में सुहागिन महिलाएं 10 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत रखेंगी। यह पर्व पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए मनाया जाता है। परंपरा के अनुसार, इस दिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चांद निकलने के बाद अर्घ्य देकर अपने पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत तोड़ती हैं।
करवा चौथ के दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार से सजती-संवरती हैं और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना करती हैं। माना जाता है कि पूरी विधि-विधान से किया गया यह व्रत सौभाग्य, समृद्धि और दांपत्य जीवन में स्थिरता प्रदान करता है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, महिलाएं अपनी राशि के अनुसार दान करने से अखंड सौभाग्य और शुभ फल प्राप्त कर सकती हैं। इस बार चंद्र दर्शन का विशेष योग बन रहा है, जिससे करवा चौथ का पर्व और भी शुभ माना जा रहा है।