
रायगढ़। शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए जिले में धान खरीदी 15 नवंबर से प्रारंभ होकर 31 जनवरी 2026 तक की जाएगी। धान उपार्जन की पारदर्शी एवं सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष सृजन में दो पालियों में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप धान खरीदी प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी अधिकारी खरीदी कार्य को गंभीरता, पारदर्शिता और आपसी समन्वय से संपन्न करें। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने सभी उपार्जन केंद्रों में निगरानी व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोचिया और बिचौलियों पर विशेष निगरानी रखी जाए, ताकि किसी भी प्रकार से अवैध धान खरीदी या अंतरराज्यीय परिवहन न हो सके। इसके लिए जिले में 10 चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं, जहाँ तीन पालियों में चार निगरानी दल 24 घंटे ड्यूटी पर रहेंगे।
अपर कलेक्टर एवं धान खरीदी नोडल अधिकारी श्री अपूर्व प्रियेश टोप्पो ने बताया कि एग्रीस्टेक पोर्टल में किसानों का पंजीयन कार्य जारी है। उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी पात्र किसान समर्थन मूल्य पर धान विक्रय से वंचित न रहे और निर्धारित समय-सीमा में 100% पंजीयन पूर्ण किया जाए।
खाद्य अधिकारी श्री चितरंजन सिंह ने जानकारी दी कि इस वर्ष किसानों से धान की खरीदी नगद व लिकिंग दोनों रूपों में की जाएगी। जिले के 69 समितियों के 105 उपार्जन केंद्रों में खरीदी की व्यवस्था रहेगी। प्रति एकड़ अधिकतम 21 क्विंटल (लिकिंग सहित) धान खरीदी की सीमा निर्धारित की गई है।
धान खरीदी पूरी तरह डिजिटल प्रणाली से होगी। किसानों की ऋण पुस्तिका के आधार पर पोर्टल आईडी से खरीदी की जाएगी, जिससे किसानों को उपार्जन केंद्रों में पुस्तिका लाने की आवश्यकता नहीं होगी। खरीफ वर्ष 2025-26 में संस्थागत पंजीयन, डुबान क्षेत्र, वन अधिकार पट्टा और ग्राम कोटवार वर्ग के किसानों को पंजीयन से छूट दी गई है। किसानों को विक्रय की राशि डिजिटल माध्यम से सीधे बैंक खाते में जमा होगी।
इलेक्ट्रॉनिक तौल यंत्रों से तौल की जाएगी, जबकि अपवादस्वरूप ही एसडीओ (राजस्व) की अनुमति से मैनुअल तौल की जा सकेगी।
तुंहर टोकन मोबाइल ऐप से पारदर्शी प्रक्रिया
धान खरीदी को सुव्यवस्थित बनाने के लिए टोकन ‘तुंहर टोकन’ मोबाइल ऐप से सुबह 8 बजे से जारी किए जाएंगे। सोसायटी संचालक सुबह 9:30 बजे से टोकन वितरण प्रारंभ करेंगे। टोकन अगले 7 खरीदी दिवसों के लिए जारी किए जा सकेंगे। लघु एवं सीमांत किसानों को अधिकतम दो टोकन, जबकि बड़े किसानों को तीन टोकन जारी करने की अनुमति होगी।
पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आधार आधारित ओटीपी प्रमाणीकरण अनिवार्य किया गया है, जिससे किसान की पहचान की पुष्टि हो सके और बिना सहमति कोई टोकन जारी न किया जा सके।
कार्यक्रम में सीईओ जिला पंचायत श्री अभिजीत बबन पठारे, अपर कलेक्टर श्री रवि राही, सभी एसडीएम, तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक, कृषि विकास अधिकारी, मंडी सचिव एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।












