इन देशों में लगी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज, ये हैं निर्माण करने वाली कंपनियां
नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना वायरस की आफत कम होने का नाम नहीं ले रही है. कोरोना वायरस के संक्रमित मामले हर रोज बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं. हालांकि कई देशों में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है और कई देशों में लोगों को वैक्सीन देने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है. ब्रिटेन ऐसा पहला देश है, जहां सबसे पहले कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई. वहीं ब्रिटेन के बाद अब कई देशों में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है. कई देशों में लोगों को वैक्सीन दिए जाने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है.
ब्रिटेन में ही सबसे पहले लोगों को कोरोना वैक्सीन दिए जाने की प्रक्रिया की शुरुआत की गई. ब्रिटेन ने फाइजर-बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी है. इसके अलावा अमेरिका में भी फाइजर-बायोएनटेक की ओर से बनाई गई कोविड-19 वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी जा चुकी है. अमेरिका में भी लोगों को कोरोना वैक्सीन दिए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. अमेरिका में स्वास्थ्यकर्मियों को सबसे पहले कोरोना वैक्सीन दी जा रही है.
इन देशों में मिली मंजूरी
वहीं कनाडा में भी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है. कनाडा में फाइजर-बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई. कनाडा में लोगों को वैक्सीन लगाए जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. इसके अलावा बहरीन और सिंगापुर में फाइजर और जर्मनी की बायोएनटेक की तरफ से तैयार कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. वहीं यूएई में चीनी कंपनी सिनोफार्म की वैक्सीन को अप्रूवल मिल गया है.
विश्व में ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा ऐसे देश हैं जहां कोरोना वैक्सीन लगाए जाने का मामला काफी आगे बढ़ चुका है. इनके अलावा रूस में भी कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए वैक्सीन लगाए जाने का काम शुरू किया जा चुका है. रूस में ‘स्पूतनिक वी’ को मंजूरी दी गई है. ये वैक्सीन सबसे पहले उन लोगों को दी जा रही है जिनके संक्रमित होने का खतरा काफी ज्यादा है. वहीं दुनिया में अभी भी कई ऐसे देश बाकी हैं, जहां कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिया जाना फिलहाल बाकी है.