जीएसटी रिटर्न दाखिल करने के लिए सरकार ने बढ़ाई समय सीमा

लंबे समय से व्यवसायी और कर सलाहकार इसकी मांग उठा रहे थे.कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच सरकार ने जीएसटी की तारीखों और ब्याज में राहत का ऐलान कर ही दिया

 व्यवसायों को राहत देने के लिए, वित्त मंत्रालय ने 1 मई को जीएसटी शासन के तहत अनुपालन आवश्यकताओं में नौ बदलावों को अधिसूचित किया था. इसमें जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की समयसीमा का विस्तार, देर से शुल्क की कम मात्रा और यहां तक कि मार्च और अप्रैल 2021 के महीनों के लिए कुछ मामलों में देर से शुल्क माफी शामिल है. जीएसटी संग्रह के एक नए उच्च सेट के बाद सरकार का फैसला आया अप्रैल के लिए 1.41 लाख करोड़ रु. ब्याज दर में कमी के तहत, वित्त मंत्रालय ने कर भुगतान में देरी के लिए 18% प्रति वर्ष की सामान्य ब्याज दर के एवज में ब्याज की रियायती दरों को लागू किया है.

विलंब शुल्क की छूट के तहत, 5 करोड़ रुपये से अधिक के कुल कारोबार वाले पंजीकृत व्यक्ति, देय तिथि से परे सुसज्जित FORM GSTR3B में रिटर्न के संबंध में 15 दिनों के लिए देर से शुल्क माफ किया गया है. 5 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाले पंजीकृत व्यक्तियों के लिए, कर अवधि मार्च, 2021 और अप्रैल, 2021 के लिए नियत तारीख से परे FORM GSTR-3B में रिटर्न के संबंध में 30 दिनों के लिए देर से शुल्क माफ किया गया.

सरकार ने विस्तार की घोषणा की है GSTR-1, IFF, GSTR-4 और ITC-04 दाखिल करने की नियत तारीख. इसके अलावा, सीजीएसटी नियमों में कुछ संशोधनों की भी घोषणा की गई है, इसके अलावा आईटीसी का लाभ उठाने में छूट और सीजीएसटी अधिनियम की धारा 168 ए के तहत वैधानिक समय सीमा में विस्तार. 5 करोड़ रुपये से अधिक के कुल कारोबार वाले पंजीकृत व्यक्तियों के लिए, कर भुगतान की देय तिथि से पहले 15 दिनों के लिए 9% की ब्याज दर और उसके बाद 18% कर अवधि के लिए देय कर 20 मार्च और 2021 अप्रैल के लिए क्रमशः अप्रैल 2021 और मई 2021 में देय, अधिसूचित किया गया है.

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