
कलेक्टर खजिन प्रभावित गौठान को स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली…..
स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहा है, महिलाए पाॅपकाॅर्न निर्माण कार्य, ड्राईविंग प्रशिक्षण, प्लेसमेंट एजेंसी का भी बखूबी संचालन कर रही है
जशपुर 26 जुलाई 2021/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के गौठानों में स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गौठान में समूह की महिलाए खाद बनाने की कार्य तो कर ही रही हैं इसके साथ ही उन्हें अन्य अजीविकास से भी जोड़ने का कार्य करें। ताकि समूह की प्रत्येक महिलाए माह में कम से कम 7-8 हजार रूपये तक आमदनी प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं के द्वारा आचार, पापड़, चिप्स, पाॅपर्कान एवं अन्य सामग्री बनाायी जा रही है। उनके विक्रय के लिए भी उन्हें बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। ताकि महिलाओं को अच्छा-खास मुनाफा हो सके। इसके लिए उन्होंने वन विभाग के अंतर्गत संचालित संजीवनी दुकान के माध्यम से समूह की महिलाओं का सामान विक्रय किया जा रहा है। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्णा जाधव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, उद्योग विभाग, कोषालय विभाग, जिला कौशल विकास विभाग, एनआरएलएम के अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि प्रत्यक्ष खनिज प्रभावित गांव के गौठानों को स्ववालंबी बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को विभिन्न आजीविकास से जोड़ने के लिए अनेक गतिविधियों में भी शामिल किया गया है।
बैठक में अधिकारियों को गतिविधियों में पापंड़, मिक्चर, बड़ी, गुपचुप, टिफिन सर्विस, नर्सरी, आईस फैक्ट्री, पोटैटो , बनाना चिप्स, टूटी-फूर्टी, रबर-बेण्ड, पोहा, पेठा, मोप मैंकिंग, मिनी तेल मील, एलईडी बल्ब, फूर्टी फ्लेवयर, ड्रिंक, कैंण्डल, पेपर डैक्रोटिंग, दिया-बाती, तेजपत्ता, दालचीनी, काली मिर्च की खेती साथ आजीविका संवर्धन हेतु देशी मुर्गीपालन के संबंध में प्रजेंटेंशन के माध्यम से जानकारी दी गई। वर्तमान में जशपुर विकासखंड के बालाछापर में लक्ष्मी स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा ड्राईविंग प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दुलदुला गौठान में गंगा स्व सहायता समूह के महिलाओं के द्वारा आम, कटहल, करौंदा, मिर्च का अचार बनाकर पैकिंग करके विक्रय किया जा रहा है। दुलदुला विकासखंड के झरगांव गौठान की गुलाब स्व सहायता समूह की महिलाएं पॉपकॉर्न बनाने के कार्य कर रही हैं शहरों के दुकानों में भी इसका सप्लाई करने का कार्य किया जायेगा।
इसी प्रकार मनोरा विकासखंड के गीधा गौठान की जय माॅ दुर्गा स्व सहायता समूह की महिलाएं भी पॉपकॉर्न बनाने का कार्य भी बेहतर तरीके से कर रही हैं। जशपुर विकासखंड के घोलेंग स्व सहायता समूह की महिलाएं प्लेसमेंट एजेंसी का कार्य बेहतर तरीके से कर रही हैं। पत्थलगांव विकासखंड गौठान के स्व सहायता समूह की महिलाए को ब्यूटी पार्लर के कार्य में रोजगार देने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कुनकुरी विकास खण्ड के गढ़ाकटा गौठान के स्व सहायता समूह की महिलाओं को चिरौंजी के कार्य के लिए चिन्हांकित किया गया है। कांसाबेल विकास खण्ड के बगीया गौठान की स्व सहायता समूह की महिलाओं को गमला बनाने, अगरबती बनाने और धूप बनाने का कार्य से भी जोड़ने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है।