
कलेक्टर की अध्यक्षता में पढ़ना-लिखना अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय समीक्षा बैठक संपन्न, लोगों की सुविधा के अनुसार कक्षाएं लगाए जिससे वे सहज रूप से योजना का लाभ ले सके-कलेक्टर श्री कावरे
जशपुरनगर 27 जुलाई 2021/कलेक्टर श्री महादेव कावरे की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट के मंत्रणा सभाकक्ष में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अंतर्गत पढ़ना लिखना अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.एस. मण्डावी, जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन श्री बी.के. जाटवर, बीईओ जशपुर श्री एम.जेड.यू. सिद्दकी, डाईट के प्राचार्य श्री बी.बखला सहित स्वयंसेवी शिक्षक,सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री कावरे ने अभियान के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। लोगों को ज्ञान बांटना उन्हें शिक्षित करना नेक काम है। उन्होंने कहा कि जिले के असाक्षर लोगों को शिक्षित करना हम सभी का कर्तव्य है। इस हेतु योजना का सही से क्रियान्वयन आवश्यक है। लोगों को इस योजना से जोड़ने के लिए सभी को विशेष कार्य करने की आवश्यकता है। इस हेतु असाक्षर लोगों को योजना से जुड़ने के लिए जागरूक करें। लोगों की सुविधा के अनुसार कक्षाएं लगाए जिससे वे सहज रूप से योजना का लाभ ले सके। इसलिए उनके घरों के आस पास ही कक्षाओं का संचालन किया जाए। उन्होंने सभी स्वयंसेवक शिक्षक को प्रोत्साहित करने की बात कही।
श्री कावरे ने शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों को साक्षरता अभियान के सफलता के लिए व्यक्तिगत रूचि लेते हुए अपनी भागीदारी निभाने के निर्देश दिए। साथ ही इस कार्य में जन सहयोग भी लेने की बात कही। सभी के सहयोग से ही यह योजना सफल हो पाएगा। श्री कावरे ने बताया कि इस अभियान के तहत् असाक्षर लोगों को अक्षर ज्ञान देना, पढ़ना-लिखना सीखाना के साथ ही उनमें चीजों की समझ विकसित करना है। साथ ही डिजीटल तकनीक, मोबाईल के उपयोग सहित अन्य दिनचर्या की उपयोगी जानकारी एवं अपने कर्तव्यों के प्रति ज्ञान प्रदान करें। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों कों अभियान का नियमित माॅनिटरिंग करने एवं कक्षा संचालन का फोटोग्राफ्स अनिवार्य रूप से जिला प्रशासन एवं संचालानालय भेजने के निर्देश दिए।
सीईओ श्री मंडावी ने भी अभियान के सफलता के लिए आवश्यक सुझाव प्रदान करते हुए कहा कि मानव की उन्नति का सबसे बड़ा साधन शिक्षा है। मनुष्य को अपने अधिकार व कर्तव्य को जानने समझने के लिए शिक्षा आवश्यक है। शिक्षा के माध्यम से ही व्यक्ति सही गलत की पहचान कर पाता है। उन्होंने अभियान की सफलता के लिए सभी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा।
उल्लेखनीय है कि जिले में पढ़ना लिखना अभियान के तहत असाक्षर लोगों को शिक्षित बनाने के लिए मोहल्ला कक्षा एवं साक्षरता केंद्र का संचालन किया जा रहा है। उक्त अभियान के तहत जिले के 15 से 50 वर्ष के असाक्षर महिला व पुरुष को मोहल्ला साक्षरता कक्षा संचालित कर प्रत्येक दिन 2 घण्टे के मान से 2 माह में 120 घंटे बुनियादी साक्षरता प्रवेशिका आखर झांपी का अध्यापन स्वयं सेवी शिक्षकों, सहित अन्य इच्छुक व्यक्तियों द्वारा प्रदान किया जा रहा है। जिले में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में चिन्हांकित 4 विकासखंडो के 10290 असाक्षरों को शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य है। जिसके अंतर्गत जशपुर में 1159, दुलदुला में 2084, कुनकुरी 4107, एवं कांसाबेल 2940 लोग शामिल है। इस हेतु 1193 स्वयंसेवी शिक्षक साक्षरता केंद्र संचालित कर रहे है। जिनमें जशपुर में 155, दुलदुला में 232, कुनकुरी में 457, एवं कांसाबेल में 349 स्वयंसेवी शिक्षक साक्षरता केंद्र संचालित कर रहे है। अब तक 1000 स्वयंसेवी मार्गदर्शिका पुस्तिका पुस्तकों का वितरण किया गया है।