खरसिया। विदित हो कि कुछ दिन पूर्व एसईसीएल के छाल खदान से जीएम रोडलाइंस के मालिक इश्तियाक अली के वाहनों को लाखों रूपये का चोरी करते हुए एसईसीएल के कर्मचारियों ने पकड़ा था जिस पर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए जीएम रोडलाइंस के कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है किंतु अभी तक मुख्य सरगना जीएम रोडलाइंस के मालिक इतियाक अली फरार है। जिसके संबंध में युवा भाजपा नेता मोनू केसरी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गृहमंत्री विजय शर्मा, कोल इंडिया के अध्यक्ष, प्रदेश के डीजीपी एवं सीएमडी बिलासपुर को पत्र लिखकर जीएम रोडलाइंस को ब्लेक लिस्टेड करने एवं इश्तियाक अली को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की हैं। मोनू केसरी ने यह भी कहा कि यदि छाल पुलिस शीघ्र ही मुख्य सरगना को गिरफ्तार नहीं करती है तो छाल थाने का घेराव किया जावेगा।
भाजपा नेता ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि कुछ दिन पूर्व एसईसीएल के छाल खदान से जीएम रोडलाइंस के मालिक इष्तियाक अली के वाहनों को लाखों रूपये का चोरी करते हुए एसईसीएल के कर्मचारियों ने पकड़ा है। जिस पर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए जीएम रोडलाइंस के कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है किंतु अभी तक मुख्य सरगना जीएम रोडलाइंस के मालिक इष्तियाक अली फरार है। एवं एसईसीएल प्रबंधन द्वारा जीएम रोडलाइंस को ब्लेक लिस्टेड भी नहीं किया गया है। जिस कारण से आज भी जीएम रोडलाइंस द्वारा एसईसीएल में धड़ल्ले से कोयला परिवहन का कार्य किया जा रहा है। जबकि इस संबंध में कई बार एसईसीएल प्रबंधन एवं छाल पुलिस को पत्र प्रेषित किया जा चुका है किंतु न तो एसईसीएल प्रबंधन द्वारा जीएम रोडलाईस को ब्लेक लिस्टेड किया जा रहा है और न ही छाल पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी इष्तियाक अली को गिरफ्तार करने कोई कार्यवाही किया जा रहा है।
छाल पुलिस द्वारा दिखावे की कार्यवाही करते हुए कई छोटी मछलियों को गिरफ्तार भी किया था लेकिन इस कोयला चोरी के मुख्य मास्टरमांइड जो कि खदान में पिछले कई सालों से जीएम रोडलाइंस के नाम से एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का संचालन करता आ रहा है उसे आज तक पकड नहीं पाई इसलिये तत्काल जीएम रोडलाइंस के टांसपोर्ट कंपनी एवं उसके मालिक इष्तियाक अली खान को छाल खदान से तत्काल ब्लेक लिस्टेड कराने की कडी कार्यवाही किया जाना न्यायोचित होगा। अतः आपसे निवेदन है कि छाल खदान से कोयल चोरी करने वाले इष्तियाक अली को गिरफ्तार करने एवं जीएम रोडलाईंस को ब्लेक लिस्टेड किये जाने हेतु प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देषित करने की कृपा करें। जिसस भविश्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।