दंगाइयों से सख्ती से निपटे नई सरकार
रायगढ़ । “ये हमले कायरना है दंगों की नींव पर विकास की इमारत खड़ी नहीं की जा सकती ।”*
कांग्रेस के पूर्व सभापति एवं वर्तमान पार्षद सलीम नियरिया ने सर्व हिन्दू समाज द्वारा निकाली गई आक्रोश रैली के जरिए सौंपे गए ज्ञापन पर अपनी प्रतिक्रिया इन शब्दों में व्यक्त की।
बांग्लादेश की नई नवेली सरकार को दंगाइयों से सख्ती से निपटने को प्राथमिकता बताते हुए सलीम ने कहा विश्व बंधुत्व की भावना के जरिए ही वैश्विक शांति की स्थापना हो सकती है। जाति धर्म की वैमनस्यता की राजनीति से देश खंडित होता है। भारत को कौमी एकता की मिसाल बताते हुए सलीम ने कहा भारत विश्व के लिए एक उदाहरण है यहां सभी धर्म मजहब के मानने वाले शांति के साथ रहते है। अन्य देशों को भारत से सीख लेने की आवश्यकता है ।
कांग्रेस नेता ने कहा धर्म कभी भी मनुष्य में भेद नहीं करता है।
बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए भारत सरकार द्वारा कोई ठोस एवं कठोर कदम नहीं उठाए जाने को लेकर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि केवल हालातों पर चिंता जताने से कुछ नहीं होगा , अभी जरूरत है कि तत्काल कुछ ऐसे ठोस कदम उठाए जाएं कि बांग्लादेश में निरंकुश हो चुकी कट्टरपंथी सांप्रदायिक ताकतों पर लगाम लगाई जा सके जिससे वहां रहने वाले अल्पसंख्यक समाज की जान माल की रक्षा हो तथा भविष्य सुरक्षित हो सके।
उन्होंने बांग्लादेशी सांप्रदायिक नेताओं द्वारा लगातार भारत को दी जा रही चुनौतियों के संदर्भ में भारत सरकार से अपील की है कि जवाब में इन कट्टरपंथियों को ऐसा सबक सिखाया जाए जिससे भविष्य में हमारे देश की ओर आंखें दिखाने की हिम्मत भी न कर सकें।