
सुकमा। Bear attack यह जिला नक्सल प्रभावित होने के साथ ही जंगली जानवरों से भरा पड़ा है। जिससे यहां के ग्रामीणों का सामना अक्सर जंगली जानवरों से हो जाता है। मानसून के दिनों में जंगली जानवरों का खतरा और भी बढ़ जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां सुकमा में एक ग्रामीण पर भालुओं के झुंड ने हमला कर दिया। जिससे ग्रामीण की हालत नाजुक है, उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर ग्राम बेलवापाल निवासी मांडवी हूंगा अपने घर से फसल देखने के लिए खेत की ओर गया था। शाम को खेत से वापस लौटते समय अचानक भालुओं का झुंड उसके सामने आ गया।
एक दो नहीं बल्कि 6 भालुओं ने उसे घेर लिया। वो अकेला था और उसके चारों तरफ इतने सारे भालु, इसे देखकर वह घबरा गया। तुरंत सभी भालुओं ने उस पर हमला कर दिया और उसे नोंचने लगे। हमले के दौरान ग्रामीण जोर जोर से चीखने लगा। उसकी आवाज सुनकर आसपास के खेत में मौजूद लोग दौड़कर आए और हल्लाकर भालुओं को भगाया।
भालू तो भाग गए लेकिन तब तक मांडवी हूंगा गंभीर रूप से घायल हो चुका था। भालुओं ने उसके मुंह, सिर, हाथों को नोंच लिया था। लोगों ने 108 संजीवनी एक्सप्रेस को भालू के हमले की सूचना दी। जानकारी लगते ही 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और उसे सुकमा जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने घायल ग्रामीण का प्राथमिक इलाज किया। घायल ग्रामीण की बुरी स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए बस्तर जिले के मेडिकल कॉलेज डिमरापाल रवाना कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि घायल ग्रामीण की स्थिति नाजुक बनी हुई है।