
रायपुर । देश के गृहमंत्रियों की बैठक में आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर हुई चर्चा और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) में बदलाव की आहट के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा राज्य का विषय है।
केंद्रीय एजेंसियों को राज्य के साथ तालमेल बैठाकर काम करना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों और पैरा मिलिट्री फोर्स के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। बघेल ने कहा कि भाजपा के खिलाफ अगर बात करेंगे तो धर्म विरोधी हो जाएंगे और अगर प्रधानमंत्री व केंद्रीय गृहमंत्री के खिलाफ बात करेंगे तो राष्ट्रद्रोह हो जाता है।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मीडिया से चर्चा में बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार अपने हिसाब से हर पैमाना गढ़ रही है। पैरा मिलिट्री फोर्स का उपयोग आवश्यकतानुसार राज्यों में किया जाता है, लेकिन केंद्र इसका उपयोग उन राज्यों में कर रही है, जहां विपक्ष की सरकार है।
केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए बघेल ने कहा कि दंतेवाड़ा के भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या हुई थी। उसका क्या अपडेट है, अभी तक कोई नहीं पूछ रहा है। राज्य पुलिस इसकी जांच कर रही थी। केंद्र सरकार ने इसे एनआइए को सौंप दिया। केंद्र को एकतरफा काम नहीं करना चाहिए। राज्य सरकार को साथ लेकर कार्रवाई होनी चाहिए।
सीएम बघेल से जब यह सवाल किया गया कि पीएम मोदी ने गोली और कलम से नक्सलियों के पक्ष में चल रहे अभियान पर लगाम लगाने की बात कही है, तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शहरी नक्सली के नाम पर प्रताड़ित करने का काम कर रही है। वकील सुधा भारद्वाज को शहरी नक्सली बताकर जेल भेज दिया गया है।