
पुलिस की कार्यवाही छोटे सटोरियों तक ही सीमित
सक्ती/- छत्तीसगढ़ में जब भी सट्टे की बात होती है तो सक्ती का नाम अनायास ही आ जाता है यहां मुख्य सटोरियों के बाद सटोरियों की दूसरी लाइन भी तैयार है यह वे लोग हैं जो काफी रसूखदार है यही वजह है कि इनकी देखा देखी सक्ती के अधिकांश गली मोहल्ले में युवा सट्टा के माध्यम से रातों-रात अमीर बनने की चाहत रखते हैं ऐसा नहीं कि पुलिस इन सब से अनजान हैं पुलिस इन पर कार्यवाही भी करती है लेकिन तमाम कारवाही छोटे सटोरियों तक ही सीमित रहती है वही बड़े सटोरियों पुलिस की पहुंच से हमेशा दूर ही रहते हैं आलम यह है कि हर गली मोहल्ले में सटोरियों मिल जाते हैं बात चाहे सब्जी मंडी की हो, हाई स्कूल की हो, कचहरी चौक की हो, नंदेली भाठा हो या फिर बैगापारा अग्रसेन चौक हो,नवधा चौक, स्टेशन पारा, हो या फिर बाजार पारा, वियरहाउस, कॉलेज के पास ,सागर तालाब के पास बीएसएनल टावर के पास ,राम मंदिर के पास तो ऐसे तीन खाईवाल मौजूद भी हैं हर जगह सटोरिया मौजूद नजर आते हैं पुलिस ने यहां से सटोरियों को खिलाते हुए मौके से पकड़ा भी है सक्ती में सटोरियों के बढ़ते आंकड़े समाज के लिए चिंतनीय हैं तथा इस पर अभी भी विचार किए जाने की जरूरत है।