
रायगढ़। जिले में भूमि अधिग्रहण से जुड़ी मुआवजा राशि के प्रबंधन को लेकर कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने सख्त रुख अपनाया है। दो दिन पहले हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने एक प्रमुख व्यावसायिक बैंक को चेतावनी देते हुए कहा कि निर्धारित प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दरअसल, रायगढ़ जिले में एनएच, नहर, कोल ब्लॉक, पावर प्लांट, रेल लाइन और सड़क निर्माण जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए लगातार भू-अर्जन किया जा रहा है। इन अधिग्रहणों की मुआवजा राशि संबंधित कंपनियों द्वारा प्रशासन के निर्दिष्ट खातों में जमा कराई जाती है। इस प्रक्रिया में सरकारी और निजी दोनों बैंक ज्यादा से ज्यादा रकम जमा कराने के लिए लॉबिंग करते हैं।
कलेक्टर की समीक्षा में सामने आया कि कुछ बैंक राशि जमा लेने के बाद प्रक्रिया में लापरवाही बरत रहे हैं। बैठक में एक प्रमुख बैंक के प्रतिनिधि के अनुपस्थित रहने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि पूरी राशि तुरंत दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर पुराना खाता बंद किया जाए।
इसी बैठक में एक अन्य बैंक को भी सावधानी बरतने की सख्त हिदायत दी गई। कलेक्टर ने कहा कि मुआवजा राशि के लेन-देन में पारदर्शिता और जवाबदेही सर्वोपरि है, किसी भी स्थिति में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर की इस सख्ती के बाद जिले के बैंकों में हड़कंप की स्थिति है और सभी बैंक प्रबंधन अब अपने रिकॉर्ड और प्रक्रिया दुरुस्त करने में जुट गए हैं।












