रायगढ़। रायगढ़ के पुसौर थाने में पूर्व विधायक प्रकाश नायक पर FIR दर्ज होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी ने इसे भाजपा सरकार की “दमनकारी नीति” करार देते हुए बड़ा आंदोलन खड़ा करने की रणनीति बनाई है।
क्या है मामला?
पुसौर ब्लॉक के छिछोर उमरिया स्थित धान खरीदी केंद्र में पूर्व विधायक प्रकाश नायक और उनके समर्थकों पर सरकारी काम में बाधा डालने और मारपीट करने का आरोप है। इस शिकायत पर पुलिस ने नायक और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया
पूर्व विधायक पर FIR दर्ज होने के बाद रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” बताया।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,
“भाजपा सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दबाने और उनकी आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है। लेकिन वे भूल रहे हैं कि हम कांग्रेसी हैं, जिन्होंने अंग्रेजों की हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। भाजपा सरकार हमें डराकर चुप नहीं कर सकती।”
आंदोलन की रूपरेखा तैयार
बैठक में तय किया गया कि पार्टी जल्द ही रायगढ़ में भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू करेगी। इस आंदोलन की रूपरेखा कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा के बाद बनाई जाएगी। कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे पूर्व विधायक के खिलाफ दर्ज मामले को “साजिश” मानते हैं और इसे जनता के सामने लाने के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार प्रशासन का दुरुपयोग कर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है। उनका कहना है कि सरकार किसानों और आम जनता की समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश
पूर्व विधायक पर FIR दर्ज होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उबाल है। कई कार्यकर्ताओं ने इसे भाजपा सरकार की तानाशाही नीति करार दिया। रायगढ़ में कांग्रेस का कहना है कि सरकार की इस दमनकारी नीति के खिलाफ जनता को जागरूक किया जाएगा और जल्द ही भाजपा के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
भाजपा की प्रतिक्रिया
दूसरी ओर, भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। भाजपा का कहना है कि यदि किसी ने कानून का उल्लंघन किया है, तो उस पर कार्रवाई होना स्वाभाविक है।
आगे की रणनीति
कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। पार्टी का कहना है कि वे इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर जनता के बीच ले जाएंगे। आने वाले दिनों में रायगढ़ में बड़े पैमाने पर आंदोलन देखने को मिल सकता है, जो भाजपा सरकार और प्रशासन पर दबाव डालने का काम करेगा।
यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन कितनी दूर तक जाता है और भाजपा सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।