
धन-बल और प्रशासनिक दबाव के खिलाफ कांग्रेस का आक्रोश
“आक्रोश की ज्वाला बुझनी नहीं चाहिए” – उमेश पटेल
रायगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशियों पर बढ़ते दबाव को लेकर उमेश पटेल का बड़ा बयान
रायगढ़। नगर निगम चुनाव के बीच कांग्रेस प्रत्याशियों पर दबाव बनाने और नाम वापसी के लिए धमकाने की घटनाओं के बाद रायगढ़ में सियासी तापमान बढ़ गया है। शनिवार शाम कांग्रेस कार्यालय में खरसिया विधायक उमेश पटेल ने कार्यकर्ताओं और पार्षद प्रत्याशियों की बैठक ली और उन्हें एकजुट रहने का संदेश दिया। उन्होंने सत्ता पक्ष पर धनबल, बाहुबल और प्रशासनिक ताकत के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि “आक्रोश की यह ज्वाला बुझनी नहीं चाहिए। अगर कहीं यह धीमी पड़ रही है, तो उसे और तेज करने के लिए मैं खुद आऊंगा।”
“भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा“
उमेश पटेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि रायगढ़ की राजनीति में पहली बार ऐसा हो रहा है कि विपक्षी दल के प्रत्याशियों को जबरन उठाकर ले जाया जा रहा है, उन्हें धन और सत्ता का भय दिखाकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “रायगढ़ को संस्कारधानी के रूप में जाना जाता है। यहां की राजनीति में हमेशा स्वच्छता रही है, लेकिन सत्ता पक्ष इसे कलंकित करने की कोशिश कर रहा है।”
उन्होंने वार्ड 23 के कांग्रेस प्रत्याशी शरद महापात्रे का उदाहरण देते हुए कहा कि “शरद को जबरन उठाकर कलेक्टोरेट ले जाया गया और उन पर नाम वापसी का दबाव बनाया गया। लेकिन उन्होंने मजबूती से डटकर जवाब दिया कि वे कांग्रेस प्रत्याशी थे, हैं और रहेंगे। यह घटना साफ दिखाती है कि भाजपा सत्ता के बल पर लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा है।”
10 लाख का ऑफर ठुकराया, फिर धमकी मिली: शरद महापात्रे
वार्ड 23 के कांग्रेस प्रत्याशी शरद महापात्रे ने आरोप लगाया कि उन्हें 10 लाख रुपये का लालच देकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया गया। जब उन्होंने इनकार कर दिया, तो उन्हें धमकियां दी गईं। शरद ने कहा, “मैं इन धमकियों से नहीं डरा और अपना प्रचार कर रहा था, तभी कुछ अज्ञात लोग जबरदस्ती उठाकर कलेक्टोरेट ले गए। वहां रिटर्निंग ऑफिसर के सामने नाम वापस लेने का दबाव डाला गया, लेकिन मैंने स्पष्ट रूप से मना कर दिया।”
उन्होंने कहा कि इस घटना की शिकायत चुनाव आयोग से की गई है और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। साथ ही, उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन से गुहार लगाई है।
“सभी को साथ आकर लड़ना होगा” – कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने भी भाजपा पर प्रलोभन और दबाव की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा ने 15 कांग्रेस प्रत्याशियों को प्रलोभन दिया, लेकिन उनमें से 13 अपने संकल्प पर डटे रहे। हमें एकजुट होकर इस चुनाव को लड़ना है। यह सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।”
कांग्रेस नेताओं ने भरी हुंकार
इस बैठक में जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष नगेंद्र नेगी, पूर्व विधायक प्रकाश नायक, दिनेश जायसवाल, जगदीश मेहर, दीपक पांडेय, संतोष राय, जानकी काटजू, शाखा यादव सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी और पार्षद प्रत्याशी मौजूद रहे। सभी ने भाजपा की रणनीति के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने और चुनाव में मजबूती से उतरने का संकल्प लिया।