छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा में बुधवार सुबह 7.36 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बताया जा रहा है कि, भूकंप का केंद्र तेलंगाना में था, लेकिन झटके महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी महसूस किए गए।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, सुबह तेलंगाना के मुलुगु जिले में 5.3 की तीव्रता का भूकंप आया। हैदराबाद में भी झटके महसूस किए गए। भूकंप सुबह 7:27 बजे आया। इसका केंद्र ज़मीन से 40 किलोमीटर की गहराई पर था।
7 महीने पहले बस्तर में पड़े थे भूकंप के झटके
जगदलपुर में 7 महीने पहले भी 12 मिनट के अंतराल में भूकंप के 2 झटके महसूस किए गए। शहर के आमागुड़ा, कुम्हारपारा, पथरागुड़ा के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों आड़ावाल, सेमरा, करकापाल में भूकंप के झटके लगे हैं। भूकंप रात 7.53 बजे और 8 बजकर 5 मिनट पर आया।
आखिर क्यों आता है भूकंप? दरअसल, पृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं, जिसे इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहते हैं। पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स घूमती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है। जब ये प्लेट्स अपनी जगह से खिसकती हैं तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। इस जगह पर सबसे ज्यादा भूकंप का असर रहता है।
भूकंप महसूस हो तो क्या करना चाहिए
- अगर भूकंप के झटके तेज महसूस हो रहे हैं तो आप घर में मजबूत फर्नीचर, टेबल के नीचे बैठ जाएं और सिर पर हाथों को रख लें।
- हल्के भूकंप के झटके हों तो घर की फर्श पर बैठ जाएं।
- अगर आप हाईराइज बिल्डिंग में रहते हैं तो भूकंप के झटके महसूस होने तक घर में ही रहें। जब भूकंप के झटके रुक जाएं, तो बिल्डिंग के नीचे जाएं।
- जब आप नीचे चले जाएं तो बिल्डिंग से बाहर कहीं दूर जाकर खड़े हों, ताकि इमारत के गिरने पर आपकी जान को कोई नुकसान ना पहुंचे।
- ऊंची इमारतों में रहते हैं तो हमेशा सीढ़ियों से नीचे जाना ही बेहतर होता है। भूलकर भी लिफ्ट ना लें। पावर कट हुआ तो आप लिफ्ट में फंस सकते हैं।
- बिल्डिंग के नीचे, बिजली के खंभे, पेड़, तार, फ्लाई ओवर, पुल, भारी वाहन के आसपास ना खड़े हों।
- भूकंप के दौरान आप ड्राइव कर रहे हैं तो गाड़ी को रोककर उसी में बैठे रहें। वाहन किसी खुली जगह पर खड़ी करें ताकी आपके साथ गाड़ी को भी कोई नुकसान ना हो।
- भूकंप बहुत तेज आने के कारण आप या आपके परिवार का कोई सदस्य मलबे के ढेर में दब गया है तो हिले-डुलें नहीं और ना ही वहां मौजूद किसी चीज को हटाकर खुद बाहर आने की कोशिश करें।
- अपने पास घर में हर समय आपदा राहत किट (disaster relief kit) एक बॉक्स में तैयार करके रखें।
- घर के सभी बिजली स्विच, गैस, लाइट बंद कर दें. ये हादसे की वजह बन सकते हैं।