Happy Birthday CM Baghel : छत्तीसगढ़ कांग्रेस और NSUI धूमधाम से मनाएगी सीएम का 60वां जन्‍मदिन, जानें खास बातें

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) का आज यानी 23 अगस्‍त को जन्मदिन है. इस दिन को खास बनाने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) के साथ प्रदेश एनएसयूआई (NSUI) ने कई कार्यक्रम तय किए हैं. सीएम बघेल के जन्‍मदिन पर कांग्रेस पूरे प्रदेश में बूथ स्तर पर जनचौपाल लगाकर उनकी उपलब्धियों और योजनाओं पर चर्चा करेगी. इसका आदेश छत्तीसगढ़ पीसीसी चीफ द्वारा सभी जिला संगठनों को दिया गया है. यही नहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आज कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दुर्ग जिले के कुम्हारी में नवीन शासकीय महाविद्यालय का उद्घाटन भी करेंगे.

इसके अलावा प्रदेश एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जन्मदिन ‘छत्तीसगढ़िया गौरव दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है. सीएम के 60वें जन्‍मदिन पर एनएसयूआई ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 60 कार्यक्रम के आयोजन का ऐलान किया है. इस बीच रायपुर संभाग में श्रमदान के अलावा एक क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन समेत कई कार्यक्रम रखे हैं.

जानें खास बातें
>>’गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ का मंत्र देने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आज 60 वां जन्‍मदिन है.
>>मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जन्म 23 अगस्त 1961 को दुर्ग जिले के बेलौदी गांव में हुआ. रायपुर के साइंस कॉलेज से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई की.
>>भूपेश बघेल की मां का नाम स्वर्गीय बिंदेश्वरी बघेल और पिता का नाम नंदकुमार बघेल है.
>>मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्‍नी का नाम मुक्तेश्वरी बघेल है. दोनों के चार बच्‍चे ( एक बेटा और तीन बेटियां) हैं. >>भूपेश बघेल ने जमीनी स्तर से राजनीति के सफर की शुरुआत की. 1990 में वे दुर्ग जिला युवक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने, तो 1992 में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने पर 350 किलोमीटर की सद्भावना यात्रा निकाली.
>>1994 में मध्य प्रदेश युवक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बने. 32 साल की उम्र में वे अविभाजित मध्य प्रदेश में पहली बार विधायक बने. 1993 में पहली बार पाटन विधानसभा से जीतकर विधायक बने. फिर 1998 में दूसरी बार भी पाटन से निर्वाचित हुए. 2003 में तीसरी बार, 2013 में चौथी बार और 2018 में पांचवीं बार पाटन से चुनाव जीते. वे मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री और परिवहन निगम के अध्यक्ष भी बने. 2003 से 2018 तक लगातार वे सशक्त विपक्ष की भूमिका में रहे और 2003 से 2008 के बीच वे विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष भी रहे.
>>2013 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली. गुटबाजी में उलझी कांग्रेस को न केवल उन्होंने साधा बल्कि कांग्रेस की सत्ता की आस में फांस लगाने वालों को भी पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाया. नतीजा ये रहा कि पिछले 15 सालों से सत्ता का वनवास भोग रही कांग्रेस को 2018 विधानसभा चुनाव में छप्पर फाड़कर सीटें मिलीं.
>>17 दिसंबर 2018 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और शपथ लेने के साथ ही उन्होंने ताबड़तोड़ अपने प्रमुख वादे पूरे किए.
>> सीएम पद की शपथ के डेढ़ घंटे बाद ही 16.65 लाख किसानों की कर्जमाफी के आदेश दिया. साथ ही किसानों से 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी का फैसला किया.
>>बस्तर के लोहांडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन लौटाने के साथ छोटे भूखंडों की खरीदी-बिक्री पर लगी रोक हटाने का फैसला कर सबका दिल जीता.
>> झीरम कांड, नान घोटाले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने का ऐलान भी किया.
>>सीएम ने प्रदेश की संस्कृति और कला के साथ लोक त्यौहारों पर छुट्टी की सौगात दी. हरेली, तीज, करमा जयंती और छठ त्यौहार की छुट्टी दी गई. बिहार के बाद सिर्फ छत्तीसगढ़ ही ऐसा प्रदेश है, जहां पर छठ पर छुट्टी दी गई है.
>> स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्‍त 2021 के अवसर पर सीएम ने छत्तीसगढ़ में 4 नए जिले और 18 नई तहसीलें बनाने की घोषणा की. मोहलामानपुर, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी, सारंगढ़ और सक्ती के जिला बनने से अब राज्‍य में 32 जिले हो गए हैं.

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