लद्दाख: LAC पर एक चीनी सैनिक पकड़ा गया, पैंगोंग त्सो इलाके में घुस आया था
लद्दाख: लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के भारत की ओर चीन का सैनिक पकड़ा गया. सूत्रों के मुताबिक, चीन का सैनिक शुक्रवार को पैंगोंग झील के दक्षिणी क्षेत्र में शुक्रवार तड़के पकड़ा गया. पीएलए का सैनिक एलएसी को पार कर आ गया और भारतीय सैनिकों ने उसे हिरासत में ले लिया.
पिछले एक साल में ये दूसरी बार हुआ है
पिछले एक साल में ये दूसरी बार है जब कोई चीनी सैनिक पकड़ा गया है. पीएलए के पकड़े गए सैनिक के साथ तय प्रक्रियाओं के मुताबिक व्यवहार किया जा रहा है, इस बात की जांच की जा रही है कि किन परिस्थितियों में उसने एलएसी पार किया.
चीन को जानकारी दे दी गई
बता दें कि पिछले साल एलएसी पर तनाव के बाद से ही दोनों पक्षों के सैनिक वहां तैनाता हैं. सूत्रों के मुताबिक, चीनी सेना को ये जानकारी दे दी गई है कि उनका एक जवान भारत की कस्टडी में है. दोनों पक्ष इस मुद्दे पर एक दूसरे से संपर्क में हैं.
एलएसी पर तनाव खत्म करने के लिए भारत और चीन के बीच कई दौरा की बैठक हो चुकी है. कमांडर लेवल की बैठक के अलावा पिछले साल दोनों देशों के विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों के बीच भी बातचीत हुई थी. दोनों पक्ष इस मुद्दे पर सहमत हुए थे कि सीमा पर तनाव कम हो. डिस्क्लेनेशन की प्रक्रिया पर भी दोनों पक्षों ने सहमति जताई थी.
18 दिसंबर को हुई थी डब्ल्यूएमसीसी की बैठक
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि भारत और चीन ने किसी भी गलतफहमी और गलत आकलन करने से बचने के लिए जमीनी स्तर पर संवाद कायम रखा है. साथ ही, टकराव वाले सभी इलाकों से सैनिकों को पूर्ण रूप से हटाने के लिए चर्चा जारी है. सीमा विवाद पर चीन के साथ वार्ता की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि परामर्श और समन्वय के लिए कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की हालिया बैठक 18 दिसंबर को हुई थी. उन्होंने ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि दोनों पक्ष वरिष्ठ कमांडर स्तर की अगले दौर की बैठक करने पर सहमत हुए हैं.
साथ ही, दोनों देश राजनयिक एवं सैन्य माध्यमों से इस बारे में निरंतर संवाद कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इस बीच, दोनों पक्षों ने किसी भी गलतफहमी और गलत आकलन करने से बचने के लिए जमीनी स्तर पर संवाद कायम रखा है. साथ ही, शांति एवं स्थिरता बहाल करने के लिए टकराव वाले सभी इलाकों से मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों के मुताबिक सैनिकों को पूरी तरह से हटाने को लेकर चर्चा जारी है.’’