
रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेरोजगार लोगों को पैसे कमाने का एक नया फंडा बताया है. सीएम भूपेश का कहना है कि यदि आप कुछ नहीं कर सकते तो गोबर बीनिए और 30 हजार रुपये तक हर महीने कमाइये. छत्तीसगढ़ में लोग जमकर मेहनत कर गोबर बीनकर ही 25 से 30 हजार रुपये कमा रहे हैं. सोमवार को राजधानी रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने ये बयान दिया. सहकारिता बैंक द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम बघेल ने राज्य सरकार की गोधन न्याय योजना की जानकारी देते बेरोजगारों को पैसे कमाने के लिए गोबर बीनकर बेचने की स्कीम बताई.
कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि देश को कोई मवेशी बाजार बचा है. नहीं बचा है, पहले सरपंच कांजी हाउस मांगते थे. आज नहीं मांगते, उसका कारण एक मशीनीकरण हो सकता है, वहीं दूसरी तरफ जो गायें उपयोग नहीं हो रही, उसे खुल्ला छोड़ दे रहे हैं. क्योंकि वह अनार्थिक हो गई हैं. हमने छत्तीसगढ़ में 68 लाख क्विंटल गोबर खरीदा. 2 रुपए प्रति किलोग्राम में गोबर खरीद रहे हैं. इससे लोगों को लाभ मिल रहा है.
सहकारी बैंक किसाना का अपना है
मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि सहकारी बैंक किसानों का अपना बैंक है. बहुत से सहकारी आंदोलन के चलते किसानों के जीवन में आमूल चुल परिवर्तन आया. हालांकि अब भी सबको जुटना होगा. इसकी मजबूती के लिए यह एक चुनौती है. उसे हमें स्वीकार करना होगा. एक प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए कि किस प्रदेश में सहकारिता आंदोलन कहां बढ़ा है. सहकारिता बैंक में नगदी फसलों के लिए लोन की कोई सुविधा नहीं है, आज गेहूं और धान का ज्यादा उत्पादन सरकार के लिए नुकसान है. केंद्र सरकार धान खरीदती नहीं है. एफ सी आई में तीन साल का स्टॉक आने वाले समय में 2800 रुपए समर्थन मूल्य में धान खरीदी होगी. दुनिया में कोई सरकार इस समर्थन मूल्य में खरीदी नहीं कर रही है. यह एक ऐतिहासिक फैसला है. इसका लाभ धान की खेती करने वाले हर किसान को होगा.