कमीशन के लालच में 23 लाख बच्चों के रेडी टू ईट पर डाला डाका

पखांजुर से बिप्लब कुण्डू–21.4.23
कमीशन के लालच में 23 लाख बच्चों के रेडी टू ईट पर डाला डाका
पखांजुर ।
भाजपा के अंतागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष राधेलाल नाग ने आंगनबाड़ी के हितग्राहियों को रेडी टू ईट फूड के उत्पादन व वितरण की व्यवस्था में बदलाव के लिए प्रदेश सरकार की आलोचना की है।यहां एक बयान जारी कर राधेलाल नाग ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने कमीशन खोरी की लालच में आंगनबाड़ी के 23 लाख बच्चों व डेढ़ लाख गर्भवती व पोषण माताओं के रेडी टू ईट फूड पर डाका डालने का काम किया है। साथ ही प्रदेश के 16 हजार से अधिक महिला स्वसहायता समूहों की डेढ़ लाख से अधिक महिलाओं का रोजगार भी छीन लिया है।
हाइकोर्ट का निर्णय आने से पहले बीज विकास निगम को रेडी टू ईट फूड उत्पादन का आदेश जारी कर न्यायालय के निर्देश की अवमानना भी गई है। हालत यह कि परियोजना कार्यालयों में गोदामों में बीज विकास निगम द्वारा भेजा गया रेडी टू ईट फूड चूहे खा रहे हॅैं। एक अप्रैल से प्रदेश के 23 लाख से अधिक बच्चों व डेढ़ लाख गर्भवती व पोषक महिलाएं रेडी टू ईट फूड से वंचित हैं।नाग ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कमीशनखोरी के लालच में सालों से चली आ रही व्यवस्था में बदलाव किया गया है। इस गंभीर मामले में प्रदेश सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आने से साफ हो चुका है कि सरकार की नीयत में खोट है।
33 फीसद बच्चे कुपोषित
राधेलाल नाग ने कहा कि प्रदेश में शून्य से छह साल आयु वर्ग के 33 फीसद बच्चे कुपोषण की समस्या से जूझ रहे हैं वहीं 43 फीसद महिलाएं खून में हीमोग्लोबिन की कमी का सामना कर रही हैं। इन हितग्राहियों का पोषण आहार छीनकर सरकार ने अन्याय किया है।राधेलाल नाग ने आरोप लगाया कि बीज विकास निगम के साथ निजी ठेकेदार एनजीओ के नाम से मिलकर काम करेंगे इससे साफ है कि कमीशनखोरी के लालच में सरकार ने यह निर्णय लिया है।